
चंडीगढ़.नाबार्ड द्वारा जारी किए गए वर्ष 2020-21 के स्टेट फोकस पेपर में उच्च तकनीक वाली कृषि पद्धतियों को मुख्य रूप से फोकस किया गया है। हरियाणा के लिए 146733 करोड़ रुपए की ऋण संभाव्यता तैयार की है। बैंकों द्वारा हरियाणा के लिए वर्ष 2020-21 के लिए 145777 करोड़ रुपए की वार्षिक ऋण योजना तैयार की है, जिसमें फसल ऋण के लिए 55642 करोड़ रुपए, कृषि सावधि ऋण के लिए 29035 करोड़, एमएसएमई के लिए 42492 करोड़ व अन्य प्राथमिक क्षेत्र के लिए 18408 करोड़ शामिल है।
हरियाणा में 5684 बैंक शाखाएं, 5911 बैंक मित्र हैं व 6055 एटीएम संचालित हैं। देश के भौगोलिक क्षेत्र का 1.7 प्रतिशत व जनसंख्या का 2.6 प्रतिशत प्रतिनिधित्व होने के बावजूद हरियाणा का देश की आर्थिक विकास दर में अहम योगदान है, सीएम की पहल पर वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान राज्य सरकार का ऋण उपलब्ध करवाने के लिए जिन योजनाओं पर मुख्य फोकस रहेगा उनमें स्टाम्प डयूटी कम करना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान समूहों के ऋण, डीआरआई अग्रिम तथा फसल अवशेषों के माध्यम से बॉयागैस तैयार करने लिए संयंत्र लगाना व शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाने की योजनाएं शामिल हैं।
बैंकों को इन योजनाओं को ध्यान में रखकर कार्यक्रम तैयार करने की अपील सीएम मनोहर लाल गत दिनों बैंकर्स के साथ हुई राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में कर चुके है। सीएम ने बैंकों से संकटकाल ऋण योजना तैयार करने को भी कहा है।
सीएम ने की घोषणा
सीएम ने ऐसे परिवारों के लिए इस राशि में से ही केंद्र सरकार की पांच योजनाओं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना, प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन योजनाओं के बीमे व पेंशन के प्रीमियम की राशि उनके बैंक खातों में राज्य सकार की अेार से डालने की घोषणा की है। इसके अलावा इस 6000 रुपए की राशि में से शेष राशि लाभपात्र परिवारों के बैंक खातों में रहेगी, जिसकी निकासी वे अपनी आवश्यकता अनुसार कर सकेंगेेेे।
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