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Saturday, 25 January 2020

दिल्ली में कई सीटों पर तीनों प्रमुख पार्टियों ने पुराने चेहरों पर ही लगाया है दांव

नई दिल्ली | अखिलेश कुमार .दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की हर सीट के प्रत्याशियों और चुनावी गणित को भास्कर ने परखा। जिसमें 70 विधान सभा की 7 सीटें ऐसी निकाली, जिसकी कुछ खास कहानी है। अंबेडकर नगर में पुश्तैनी सीट बचाने की लड़ाई में चुनाव जीतने के लिमका बुक रिकार्डधारी चौधरी प्रेम सिंह के बेटे को कांग्रेस ने मैदान में उतारा जो पिता की सेवा पर वोट मांग रहे हैं।

चांदनी चौक, द्वारका, बदरपुर, गांधीनगर में प्रत्याशियों की पार्टी बदली लेकिन फिर 2013 या 2015 में आमने सामने चुनाव लड़ने वाले ही मैदान में हैं। जहां मतदाताओं को प्रत्याशी के नाम से ज्यादा उनका चुनाव निशान वोट के पहले देखना होगा ताकि जिस पार्टी को वोट करने की सोचकर निकले थे, उसमें गलती ना हो जाए। बाबरपुर, कृष्णा नगर, बदरपुर सहित कई अन्य सीटों पर प्रत्याशी 1993 से अब तक का छठा-सातवां चुनाव लड़ने उतरे हैं। कृष्णा नगर में आप,भाजपा, कांग्रेस के तीनों वरिष्ठ नागरिक प्रत्याशी हैं तो बसपा ने उतारा 32 साल के युवा को। विशेष बात यह भी है कि इन चारों पार्टी के प्रत्याशी में दो डॉक्टर और दो वकील हैं।

अांबेडकर नगर | पिता के 55 साल अजेय राजनीति वाली पुश्तैनी सीट बचाने के लिए संघर्ष
पुश्तैनी सीट बचाने की चुनौती कांग्रेस प्रत्याशी यदुराज चौधरी पर है। इनके पिता चौधरी प्रेम सिंह 1956 से 2008 तक 55 साल चुनाव में अजेय रहे और लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में उनका नाम दर्ज है। दिल्ली विस के पूर्व अध्यक्ष चौधरी प्रेम सिंह पहला चुनाव 2013 में हारे और दूसरा 2015 में। यहां भाजपा ने 2013 में दूसरे नंबर पर रहे खुशीराम चुनार को फिर प्रत्याशी बनाया है। आप ने 2015 चुनाव जीतकर विधायक बने अजय दत्त को ही प्रत्याशी बनाया है।

शाहदरा| कांग्रेस और आप के सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी
शाहदरा सीट पर कांग्रेस के सबसे उम्रदराज 75 साल के प्रत्याशी डॉ. नरेंद्र नाथ और आप के सबसे उम्रदराज व विस अध्यक्ष रामनिवास गोयल प्रत्याशी हैं। भाजपा ने संजय गोयल को मैदान में उतारा है। इससे पहले ये सीट अकाली दल के खाते में जाती थी तब जितेंद्र सिंह शंटी 2013 में चुनाव जीते थे और 2015 में यहां रामनिवास गोयल चुनाव जीते थे। इससे पहले 1993 में भाजपा के टिकट पर रामनिवास गोयल विधायक बने थे। डॉ. नरेंद्र नाथ 1998 से 2008 तक लगातार विधायक रहे हैं।

कृष्णा नगर | डॉक्टरों और वकीलों के बीच है कड़ा मुकाबला, तीन प्रत्याशी वरिष्ठ नागरिक हैं
कृष्णा नगर सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री डॉ. अशोक कुमार वालिया को उतारा है। जो लगातार विधानसभा का 7वां चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने डॉ. अनिल गोयल को मैदान में उतारा है। वहीं आम आदमी पार्टी ने विधायक एसके बग्गा को फिर से टिकट दिया है। डॉ. अनिल गोयल पहली बार चुनाव मैदान में हैं। आप प्रत्याशी एसके बग्गा वकील हैं। इसी तरह बसपा ने यहां वकील मनजीत सिंह को उतारा है। डॉ. एके वालिया 71 साल, एसके बग्गा 65 साल और डॉ. अनिल गोयल 63 साल के हैं।

द्वारका|पिता की सीट पर विनय मिश्रा, आदर्श ने पार्टी बदली

कांग्रेस का हाथ छोड़कर झाड़ू थामने वाले विनय मिश्रा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हैं। ये पिता महाबल मिश्रा की सीट है इसलिए ये सीट चुनी है। महाबल मिश्रा पहले नसीरपुर और फिर द्वारका से तीन बार विधायक रहे हैं और एक बार सांसद बने। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी से विधायक रहे आदर्श शास्त्री को कांग्रेस ने उतारा है क्योंकि उन्हें आप से टिकट नहीं मिला। यहां भी प्रतिद्वंद्वी वहीं हैं लेकिन चुनाव निशान बदला है। भाजपा ने लगातार तीसरी बार प्रद्युम्न राजपूत को प्रत्याशी बनाया है। प्रद्युम्न राजपूत 2013 का चुनाव जीते थे और 2015 में हार गए थे।

बदरपुर| पुराने प्रतिद्वंद्वी फिर एक बार आमने-सामने, लेकिन चुनाव निशान बदल गए

भाजपा के टिकट पर रामवीर सिंह बिधूड़ी और आम आदमी पार्टी के टिकट पर राम सिंह नेताजी चुनाव मैदान में हैं। तीसरे प्रत्याशी एनडी शर्मा भी बाकी दोनों प्रत्याशियों की तर्ज पर आप से टिकट नहीं मिलने पर बसपा के निशान पर दंगल में उतरे हैं। 2015 का चुनाव छोड़ दें तो यहां से एक बार रामसिंह और एक बार रामवीर सिंह बिधूड़ी के हिस्से सीट आती है। 2013 में कांग्रेस के टिकट पर रामसिंह नेताजी प्रत्याशी थे और भाजपा के रामवीर सिंह बिधूड़ी ने हराया था।

चांदनी चौक| यहां 2015 में जो प्रत्याशी चुनाव लड़े थे वही हैं आमने-सामने लेकिन पार्टी बदल गई
आप ने इस बार कांग्रेस के टिकट पर 4 बार इसी सीट से विधायक रहे प्रहलाद सिंह साहनी को उतारा है। वे 1998 से 2013 तक लगातार चुनाव जीते। वहीं भाजपा ने 2013, 2015 में चुनाव हारने के बावजूद सुमन कुमार गुप्ता पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से विद्रोह करने वाली अलका लांबा को उतारा है। भाजपा प्रत्याशी 63 साल और आम आदमी प्रत्याशी 69 साल के हैं जबकि कांग्रेस प्रत्याशी की उम्र 44 साल है। तीनों यही प्रत्याशी थे। लेकिन अब इनकी पार्टी में अदला-बदली हो गई है।



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विनय मिश्रा, आदर्श शास्त्री


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