
काछवा रेलवे ओवरब्रिज को जिला प्रशासन ने रात को शहर के लाेगाें काे बिना पूर्व सूचना बंद कर दिया। रात को दाे घंटे शहर के लाेग परेशान रहे। सुबह हाेते ही शहर की सड़काें पर जाम लग गया। कैथल, पेहवा, असंध, जींद जाने के लिए एकमात्र रास्ता कैथल ओवरब्रिज ही बचा है। भारी वाहनों को पश्चिमी यमुना बाईपास से निकाला जाएगा। सबसे बड़ी आफत शहर के लाइन पार बसने वाली डेढ़ लाख की आबादी के लिए बन गई है।
इन लोगों को मुख्य शहर में आने के लिए 10 मिनट के रास्ते को 30 मिनट में तय करना पड़ रहा है। लाइन पार एरिया के लोगों का शहर में आवागमन जोखिम भरा हो गया। यह जोखिम इसलिए भी अधिक बढ़ गया है, क्योंकि इन दिनों में जीरी का सीजन शुरू होने से सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ गया है। काछवा पुल को बंद करने का असर घोघड़ीपुर आरओबी तक भी पहुंच गया है। अनाज मंडी की तरफ जाने वाले हैवी वाहनों के कारण घोघड़ीपुर आरओबी पर भी जाम लगने लगा है। हांसी राेड, कैथल राेड, रामनगर और मुख्य बाजार और अनाज मंडी तक सुबह जाम लग गया।
बड़े ट्रैफिक काे निकाला जाएगा पश्चिमी यमुना बाईपास से
ट्रैफिक इंचार्ज रमेश कुमार ने बताया कि शेड्यूल तैयार किया है। प्राइवेट और सरकारी बसाें काे यमुना बाईपास से निकला जाएगा। मंडी में जाे ट्रकों का आवागमन हाे रहा है ये सभी पश्चिमी यमुना बाईपास से ही निकाले जाएंगे। ट्रैफिक काे डायवर्ट करने के लिए शहर में पांच जगह नाके लगा दिए हैं। एक नाका काछवा पुल, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस, कैथल पुल, गिरड़ा वाला पीर और गुरु ब्रह्मानंद चाैक पर नाके लगा दिए हैं। यहां पर पांच पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके अलावा हाेम गार्ड के जवानों का भी सहयोग लिया जाएगा।
आरओबी की मरम्मत पर 63 लाख होंगे खर्च, 2006 में बना था
पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन दलेल सिंह का कहना है कि काछवा रेलवे ओवरब्रिज की मरम्मत का कार्य निर्माण के बाद पहली बार होगा। पीडब्ल्यूडी की ओर से 800 मीटर लंबे इस ब्रिज की मरम्मत बिचमन मास्टिक से मैनुअली की जाएगी। अब पहले इस कार्य को किया जाएगा और ट्रैफिक ऑन कर देने के बाद साइडों के फुटपाथ की मरम्मत की जाएगी। इस पूरे कार्य पर 63 लाख रुपए की लागत आएगी। अधिकारियों के अनुसार इस पुलिस का निर्माण वर्ष 2006 में हुआ था।
7 दिनों में मरम्मत कार्य पूरा कर ओपन होगा काछवा आरओबी
जीरी के सीजन के मद्देनजर प्रशासन ने काछवा ओवरब्रिज की मरम्मत के शेड्यूल को चेंज कर दिया है। एक शिफ्ट में होने वाले काम को तीन शिफ्टों में कराया जाएगा। इस तरह से 21 दिनाें के काम को 7 दिनों में ही पूरा कर ब्रिज को ओपन कर दिया जाएगा। वहीं कैथल राेड पर पश्चिमी यमुना नहर का पुल कमजाेर है। इस पुल से भी बड़े वाहनों काे कम करना हाेगा। जीरी के सीजन में बड़े वाहन निकल रहे हैं। रेता और बजरी से भरे ओवरलाेड वाहन भी यहीं से गुजर रहे हैं। यहां पर नए पुल का निमार्ण चल रहा है।
जीरी के सीजन में पुल को बंद करना सही नहीं
महेंद्र, शाम, कृषण, बलबीर और कुलबीर व काछवा गांव के किसान हरभगवान ने कहा कि जीरी के सीजन में पुल को बंद करना सही नहीं है, क्योंकि अब सीजन शुरू हो गया है। किसान अपनी ट्रैक्टर-ट्राॅलियों से जीरी को मंडी में लेकर पहुंचते हैं। 15 दिन बाद या 15 दिन पहले मरम्मत का कार्य किया जा सकता था। किसान विद्याभूषण भाटिया ने कहा काछवा की साइड से शहर में आने के लिए कैथल पुल ही एक मार्ग बचा है। इस पुल पर तमाम वाहनों का रस है। ऐसे में किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कत आ रही है।
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