
एनआईटी के प्याली चौक स्थित एक कार शोरूम में गुरुवार देर रात लगी आग से 70 से अधिक कारें जल गईं। आग को काबू करने के लिए दमकल विभाग को पलवल और गुड़गांव से भी दो-दो गाड़ियां मंगानी पड़ीं। विभाग को आग पर काबू पाने में करीब 11 घंटे लगे। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
घटना के वक्त शोरूम में दो सुरक्षा गार्ड थे। उन्होंने ही पुलिस और दमकल विभाग को आग लगने की सूचना दी। इसके बाद पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस भीषण आग से 6 करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। प्याली चौक स्थित फेयर डील मारुति का शोरूम है।
गुरुवार रात इसके सुरक्षा गार्ड विपिन अपने साथी के साथ ड्यूटी कर रहे थे। तभी उन्हें प्रथम तल से रात करीब 12 बजे तेज धुआं निकलता दिखाई दिया। सुरक्षा गार्ड ने तुरंत पुलिस, दमकल विभाग और शोरूम प्रबंधन को फोन कर इसकी सूचना दी। दमकल विभाग की गाड़ी जब तक मौके पर पहुंचती, आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था।
कुछ ही देर में फायर आफिसर राजेंद्र दहिया, राम सिंह खटाना, सुरेशपाल धनखड़, रमेश यादव और कपिल अपनी टीम के साथ एनआईटी, बल्लभगढ़, सेक्टर 16 से सात गाड़ियों को लेकर मौके पर पहुंच गए और आग बुझाना शुरू कर दिया।
आग की विकरालता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फरीदाबाद की सात दमकल गाड़ियों से आग काबू नहीं हो रही थी। फायर अफसरों ने तत्काल पलवल और गुड़गांव से बात कर वहां से दो-दो गाड़ियां मंगाईं। कंपनी प्रबंधन की मानें तो इस शोरूम के बेसमेंट, प्रथम तल और दूसरे तल पर 70 से अधिक कारें खड़ी थीं। आग में सभी गाड़ियां जल गईं। इनमें अधिकांश मेंटिनेंस के लिए आई थीं। फायर आफिसर राजेंद्र दहिया के अनुसार रात करीब 12.15 बजे आग की सूचना मिली। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे तक आग को पूरी तरह बुझा लिया गया था।
कारों से शोरूम का कुल नुकसान 6 करोड़ से अधिक का हुआ
शोरूम के जनरल मैनेजर योगेंद्र गिरि के अनुसार शोरूम न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी नई दिल्ली निवासी सुनील अग्रवाल का है। यह करीब चार साल से चल रहा था। उन्होंने बताया शोरूम में कार विक्री के अलावा कारों का सर्विस सेंटर भी है। उन्होंने बताया गुरुवार रात शोरूम में 70-75 मारुति की गाड़ियां खड़ी थीं। उन्होंने बताया जली हुई कारों से शोरूम का कुल नुकसान 6 करोड़ से अधिक का हुआ है।
^शोरूम का कोई सीएलयू नहीं है। नगर निगम अधिकारियों की मिलीभगत से यह अवैध रूप से चलाया जा रहा था। ऐसे सैकड़ों शोरूम बगैर सीएलयू की अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे हैं। इस बारे में सीएम मनोहरलाल को पत्र लिख भ्रष्टाचार की जानकारी दी जाएगी।
-नीरज शर्मा, विधायक एनआईटी क्षेत्र
^शोरूम संचालक की ओर से न कभी एनओसी के लिए आवेदन किया गया और न ही विभाग ने उसे एनओसी दी है। शोरूम अवैध इलाके में बना है। विभाग अवैध इलाके में कोई एनओसी जारी नहीं करता। इस बारे में रिपोर्ट बनाकर नगर निगम को सौंपी जाएगी।
-राजेंद्र दहिया, फायर आफिसर
^हमें ज्यादा जानकारी तो नहीं है। लेकिन इतना तय है कि जब निगम सीमा क्षेत्र में छोटी दुकान बगैर अनुमति के नहीं चल सकती है तो शोरूम चलने की बात तो दूर की है। आरोप तो कोई किसी पर भी लगाया जा सकता है। इतना नुकसान हुआ यह किसी को नहीं दिखाई दे रहा। -योगेंद्र गिरि, जीएम शोरूम
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