
मिनी बाईपास पर अंडरपास के नजदीक धंसी सड़क की चौड़ाई बढ़ गई है। पहले लगभग तीन से चार फीट तक सड़क बची हुई थी, लेकिन अब यह सड़क और ज्यादा धंस गई है। इसके चलते मात्र से एक से डेढ़ फीट तक ही रास्ता बचा है। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है। गड्ढे के चारों ओर लगाई गई मिट्टी भी हट चुकी है और वाहनों का आवागमन जारी है। इसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
शुक्रवार को डीएमसी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक भी नहीं हो सकी। शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन मीटिंग में चंडीगढ़ होने के कारण बैठक को रद्द कर दिया गया। अब यह बैठक दीपावली के बाद होगी।
अंडरपास के पास बने इस गड्ढे की चौड़ाई बढ़ने से अब हादसे की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि डीसी के संज्ञान में आने के बाद यहां से पानी की लीकेज को बंद कर दिया गया है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते सड़क धंसने की चौड़ाई और ज्यादा बढ़ गई है।
यदि समय पर पानी बंद कर दिया जाता है तो चौड़ाई कम ही रहती, लेकिन अब सड़क और ज्यादा धंस गई है, जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। शुक्रवार को किसी भी विभाग का अधिकारी अपनी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं दिखा और कोई भी अधिकारी ने इसे बंद करवाने की जहमत नहीं उठाई। अब दीपावली के बाद होने वाली बैठक में जिम्मेदारी तय हो सकेगी, लेकिन तब तक लोगों को परेशानी झेलनी होगी।
मिनी बाईपास पर बना रेत का गुबार
अब तक बस स्टैंड से रोहतक रोड की तरफ मिनी बाईपास पर एक साइड की सड़क बनाई गई है। दूसरी साइड पर मिट्टी, रोड़े पड़े हैं। ऐसे में पूरे रोड पर मिट्टी के गुबार उड़ते रहते हैं। ऐसा ही नजारा शुक्रवार को भी देखने को मिला। वाहनों के आवागमन के चलते यहां पर मिट्टी के गुबार उड़ते नजर आए।
दिवाली के बाद होगी बैठक
पीडब्ल्यूडी एक्सईएन आज बाहर थे। इसलिए बैठक नहीं हो सकी। अब बैठक दीपावली के बाद बुलाई जाएगी। डॉ. सुशील कुमार, जिला नगर आयुक्त, जींद।
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