
चंडीगढ़.एक फरवरी को निर्भया के दोषियों को संभवत: फांसी का दिन है और इसी दिन हरियाणा में राज्यस्तरीय निर्भया अवार्ड से 31 बेटियों को सम्मानित किया जाएगा। 31 बेटियों का चयन इसलिए, क्योंकि निर्भया जीवित होती तो उसकी उम्र अब 31 साल होती। यह अवार्ड समारोह जींद में होगा। यह अवार्ड उन बेटियों को दिया जा रहा है जिन्होंने न केवल बाधाओं को पार कर सफलता हासिल की बल्कि महिला सुरक्षा और पराली जलाने से रोकने के लिए अपने पिता तक की शिकायत कर दी और जुर्माना कराया।
निर्भया अवार्ड विभिन्न सामाजिक संस्थाओं अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा, शाइनिंग स्टार्स फाउंडेशन हरियाणा, महात्मा गांधी शिक्षा एवं समाज विकास संगठन हरियाणा की ओर से शुरू किया गया है। समारोह का आयोजन जींद के एक निजी स्कूल में होगा।
अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के अध्यक्ष राजकुमार गोयल बताया की इस राज्यस्तरीय निर्भया अवार्ड समारोह में अभिनेत्री एवं भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट मुख्य अतिथि होंगी। अध्यक्षता वे खुद करेंगे। गोयल ने बताया कि इस दौरान भाजपा के विधायक कृष्ण मिढ़ा, हरियाणा स्किल डेवलपमेंट मिशन की जॉइंट डायरेक्टर अंबिका पटियाल, हरियाणा महिला आयोग की सदस्या सोनिया अग्रवाल, भाजपा के जिला प्रधान अमर पाल राणा, समाज सेवी देवेंद्र अत्री, अखिल भारतीय वैष्णव बैरागी सेवा संघ के युवा प्रदेशाध्यक्ष मनोज स्वामी आदि भी मौजूद रहेंगे।
इन बेटियों ने अलग-अलग क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल कर समाज का नाम किया है रोशन
समारोह में पूरे प्रदेश से चयनित की गई 31 ऐसी बेटियों को निर्भया अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल कर समाज का नाम रोशन किया है। इनमें एक नाम है पानीपत की सविता आर्य का जो दुर्गा शक्ति एप के लिए अभियान चला कर महिलाओं को जागरूक कर रही हैं।
इन्हीं बेटियों में एक नाम है कुरूक्षेत्र की मुस्कान शर्मा का, जिन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म पेडमैन से प्रेरित होकर पेड बनाने का काम शुरू किया और अब मुस्कान शर्मा निशुल्क पेड वितरित करने का काम कर रही है। हिसार की सुदेश चहल राह ग्रुप फाउंडेशन चलाकर स्लम बस्तियों में जाकर निशुल्क शिक्षा देने का काम कर रही है।
जींद जिले की सोनाली श्योकंद ने पराली जलाने पर अपने पिता तक की शिकायत की और उन्हें जुर्माना तक करवा डाला। यमुनानगर की गीता शर्मा मिशन पाठशाला नाम से संस्था चलाकर स्लम बस्ती के जरूरत मंद लड़के व लड़कियों को निशुल्क शिक्षा देने का काम कर रही है। हिसार जिले की बुलबुल नेशनल डीफ व ब्लाइंड चैंपियनशिप में सिल्वर मे जीता है।
जींद की शारदा आसरी पांच साल से स्लम बस्ती के बच्चों को निशुल्क शिक्षा देकर मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जींद के गांव खटकड़ की रीतू खटकड़ कबड्डी में इंटरनेशनल खेल कर वर्ल्ड कप जीता और देश का नाम रोशन किया। दालमवाला गांव की सुमन बचपन में चारा काटने की मशीन में दानों हाथ कट गए थे, लेकिन सुमन ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी पढ़ाई जारी रखी।
लगातार मेहनत का परिणाम था कि शारीरिक विकलांगता आड़े नहीं आई और अब यह सुमन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी में एडवाइजर के तौर पर कार्य कर रही है। इन्हीं बेटियों में एक नाम है कुरुक्षेत्र की पूनम सैनी का जो महिला सुरक्षा को लेकर समय-समय पर सेमीनार आयोजित करवाती रहती है।
जींद जिले की ही रेखा धीमान उड़ान हौसलों की संस्था के तहत मासिक धर्म जागरूकता अभियान चलाती है और इसी अभियान के तहत 1100 से ज्यादा लड़कियों को निशुल्क नैपकिन वितरित कर चुकी हैं। इसके साथ-साथ 21 बेटियों को गोद लेकर उन्हें निशुल्क कोचिंग देने का काम कर रही हैं।
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