जिला के एकमात्र कृषि कॉलेज में ब्वायज व गर्ल्स हॉस्टल की बढ़ाई जा रही क्षमता, दोनों हॉस्टल जुलाई में मिल जाएंगे - OTA BREAKING NEWS

Breaking

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Tuesday, 28 January 2020

जिला के एकमात्र कृषि कॉलेज में ब्वायज व गर्ल्स हॉस्टल की बढ़ाई जा रही क्षमता, दोनों हॉस्टल जुलाई में मिल जाएंगे

जिला के बावल स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र में चल रहे एकमात्र कृषि महाविद्यालय में नए सत्र से बाहर से आने वाले विद्यार्थियों की सुविधा के लिए ब्वायज व गर्ल्स हॉस्टल की क्षमता बढ़ाई जा रही है।

खास बात है कि पहले दोनों हॉस्टल में 50 लड़कियां व 50 ही लड़कों के ठहरने की सुविधा थी। लेकिन अब दोनों में 250 विद्यार्थी ठहर सकेंगे। 10 करोड़ की लागत से बन रहे ये हॉस्टल जुलाई माह से शुरू हो रहे नए सत्र में विद्यार्थियों को मिल जाएंगे। बता दें कि कृषि कॉलेज में फिलहाल बीएससी ऑनर्स एग्रीकल्चर के 6 वर्षीय व बीएससी एग्रीकल्चर के 4 वर्षीय पाठ्यक्रम चल रहे हैं। इसके अलावा पिछले सत्र से एमएससी एग्रीकल्चर 12 सीटें व पीएचडी की कक्षाएं भी लग रही हैं। पीएचडी में 6 सीटें मिली हैं।

अब तक गर्ल्स हॉस्टल में 50 और इतने ही ब्वायज हॉस्टल में लड़कों के ठहरने की व्यवस्था थी। लेकिन अब नए हॉस्टल में 50 कमरे लड़कों और 40 कमरों का निर्माण लड़कियों के हॉस्टल में किया जा रहा है।

जिसमें प्रत्येक में दो विद्यार्थियों को ठहराया जाएगा। यानी लड़कों के हॉस्टल की क्षमता 50 से बढ़कर 150 और लड़कियों के हॉस्टल की क्षमता 50 से बढ़कर 100 हो जाएगी। हॉस्टल में विद्यार्थियों के लिए कॉमन रूम और डायनिंग हॉल भी बनाया जाएगा।

50 कमरे ब्वायज और 40 कमरे लड़कियों के लिए हॉस्टल में बनेंगे

कृषि महाविद्यालय बावल

लड़कों के हॉस्टल में एक्सरसाइज के लिए जिम भी की गई तैयार

हॉस्टल में खास बात यह भी रहेगी कि लड़कों के हॉस्टल में एक्सरसाइज के लिए जिम भी तैयार की जा रही है। जिम के लिए अलग से कमरा तैयार कर दिया गया है। जल्द ही उसमें उपकरण भी मंगवाकर शिफ्ट कर दिए जाएंगे। ऐसे में विद्यार्थी पढ़ाई के साथ ही एक्सरसाइज भी कर सकेंगे। उनको जिम के लिए इधर-उधर नहीं जाना पड़ेगा। हॉस्टल के साथ ही जुलाई माह में यह जिम भी तैयार हो जाएगी।

नया… इस साल शुरू होगी खाद-बीज की पढ़ाई

कृषि कॉलेज में नए सत्र यानि जुलाई माह से खाद-बीज के लिए पेस्टीसाइड कोर्स भी शुरू हो जाएगा। इस कोर्स की अवधि एक साल की रहेगी। यह कोर्स कर इसमें भी विद्यार्थी अपना भविष्य बना सकते हैं।

अभी ये…कॉलेज में फिलहाल 4 वर्षीय व 6 वर्षीय पाठ्यक्रम के अलावा पीएचडी व एमएससी को मिलाकर कुल 208 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। जिनमें 45 लड़कियां शामिल हैं। नए सत्र में विद्यार्थियों की संख्या आैर बढ़ जाएगी।

सुविधा उपलब्ध कराने पर है पूरा फोकस : प्राचार्य

कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं मिले, इसे लेकर ही पूरा फोकस है। इसलिए ही हॉस्टल भी बढ़ाया जा रहा है। वहीं नए सत्र में एक कोर्स और मिल जाएगा। - नरेश कौशिक, प्राचार्य, कृषि कॉलेज बावल।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Bawal News - haryana news increase capacity of boys and girls hostels in the district39s only agricultural college both hostels will be found in july


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3aOvumk

ADD











Pages