सिंचाई विभाग की जमीन पर बने तीन हजार से अधिक मकानों पर चलेगा बुल्डोजर, 19 से शुरू होगी कार्रवाई - OTA BREAKING NEWS

Breaking

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Friday, 14 February 2020

सिंचाई विभाग की जमीन पर बने तीन हजार से अधिक मकानों पर चलेगा बुल्डोजर, 19 से शुरू होगी कार्रवाई

{घरों में बिजली के मीटर भी लगे हैं, चौथी पीढ़ी रह रही कॉलोनियों में

बाइपास रोड सेक्टर 7 के सामने प्रेमनगर और पटेल नगर के 3000 से अधिक आशियाने टूटेंगे। सिंचाई विभाग ने 17 फरवरी तक यहां बसे लोगों को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। 19 फरवरी से उक्त मकानों पर बुल्डोजर चलाने की तैयारी है। प्रभावित लोगों का कहना है कि सिंचाई विभाग को अपनी जमीन पर हुए कब्जे की याद अब 50 साल बाद आई है। विभागीय अधिकारी अभी तक सोते रहे। जब यहां लोगों ने पक्के मकान बना लिए, बेटे और बेटियों की शादी विवाह कर दिए। तीसरी पीढ़ी के लोग रहने लगे तब विभाग उक्त मकानों को अवैध बताकर जमीन खाली कराने के लिए तोड़फोड़ करने जा रहा है। यहां रहने वाले लोगों के करीब 30 साल पुराने राशन कार्ड बने हुए हैं। उनके पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड भी हैं। घरों में मीटर तक लगे हैं। गलियों में टाइल्स तक बिछी हैं। इतना सब होने के बाद विभाग अब इन कॉलोनियों को उजाड़ने जा रहा है। लोगों का कहना है कि जब यहां आबादी बस रही थी तब उन्हें क्यों नहीं रोका गया। आज जब लोगों की तीसरी पीढ़ी यहां रह रही है तो उन्हें उजाड़ने की तैयारी की जा रही है। इनका कहना है कि वे जान दे देंगे लेकिन मकान नहीं तोड़ने देंगे।

प्रेमनगर और पटेलनगर के लोगों की ये हैं मांगें

प्रेमनगर और पटेलनगर के लोगों का कहना है कि सरकार उन्हें यहीं बसाए। वह जमीन के हिसाब से डेवलपमेंट चार्ज देने को तैयार हैं। यदि हटाना चाहती है तो पहले की तरह सभी को 36-36 गज का प्लाट देकर दूसरी जगह बसाया जाए। वह अपने मकान का मलबा यहां से ले जाकर दूसरी जगह प्रयोग कर लेंगे। लोगों का कहना है कि जब सरकार उन्हें उजाड़ना ही चाहती है तो बिजली का मीटर क्यों लगने दिया। गली में खड़ंजा बिछाकर पैसों की बर्बादी क्यों की।

19 फरवरी से चलाया जाएगा अभियान

सिंचाई विभाग के एक्सईएन विजेंद्र रावत का कहना है कि लोगों को 17 फरवरी तक मकान खाली करने का नोटिस दिया गया है। इसके लिए उन मकानों को चिह्नित कर लिया गया है जिन्हें तोड़ा जाना है। 19, 20, 24 और 25 फरवरी को तोड़फोड़ अभियान चलेगा। इसके अलावा बाइपास रोड पर खेड़ी पुल के आसपास हुए अवैध कब्जे व निर्माण भी तोड़े जाएंगे।

1000 से अधिक बच्चों की है परीक्षा


प्रेमनगर और पटेल नगर में 1000 से अधिक छात्र-छात्राएं 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा इस बार देंगी। चार मार्च से हरियाणा बोर्ड की परीक्षा शुरू हो रही है। 10वीं की छात्रा कागज, शोभा, मनीषा और 12वीं की छात्रा पूनम आदि का कहना है कि जब उनके मकान प्रशासन तोड़ देगा तो वह पढ़ाई कैसे करेंगी और कैसे परीक्षा देंगी। जब से सिंचाई विभाग ने दोनों कॉलोनियों को तोड़ने का नोटिस दिया है तब से ये छात्राएं अपनी परीक्षा को लेकर मानसिक रूप से परेशान हैं। छात्राओं ने चेतावनी दी कि यदि उनके मकानों को जबरन प्रशासन ने तोड़ा तो वह परीक्षा देने के बजाय आत्महत्या कर लेंगी। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उनका कहना है कि वह अपना घर बचाने के लिए कुछ भी कर सकती हैं।


लोगांे की मांग- उजाड़ने से पहले उन्हें कहीं बसाया जाए, एक हजार से अधिक बच्चों को देनी है बोर्ड की परीक्षा


जान दे देंगे लेकिन घर नहीं छोड़ेंगे

प्रभावित महिलाओं का कहना है कि वह जान दे देंगे लेकिन अपना घर नहीं छोड़ेंगे। उनका कहना है कि घर के बच्चे काम-धंधा कर किसी तरह परिवार पाल रहे हैं। जीवनभर की कमाई खर्च कर किसी तरह छत बनाई है। उसे कोई कैसे तोड़ सकता है। यहां छत बनाने के लिए अपने गांव की जमीन तक बेच दी। उनका कहना है कि यदि उनके पास इतना ही पैसा होता तो वह नहर के किनारे क्यों आशियाना बनाते। किसी सेक्टर में जमीन लेकर छत बना लेते। बुजुर्ग महिलाओं ने कहा कि प्रशासन को उनकी लाश पर चलकर उनके घरों को तोड़ना होगा। जिंदा रहते वह एक ईंट भी नहीं उखड़ने देंगी। प्रशासन मारना चाहे तो मार दे।

45-50 साल से लोग यहां रह रहे हैं

नगर निगम में सफाई दरोगा के पद से रिटायर हुए प्रेमनगर निवासी 77 वर्षीय सुमेर सिंह का कहना है कि उन्होंने 43 साल तक निगम में नौकरी की। वह 20-25 साल की उम्र में यहां बसे थे। वहीं 62 वर्षीय कृशनी देवी, सुमन देवी, विरमा देवी आदि का कहना है कि उनकी शादी तक यहीं हुई।अब उनके बेटों की शादी होकर बहुएं रह रही हैं। यहां यूपी, बिहार व अन्य राज्यों के लोग रहते हैं। उनका कहना है कि जब लोग सिंचाई विभाग की जमीन पर बस रहे थे तब अधिकारियों ने क्यों नहीं रोका। उनका कहना है कि वह बिजली-पानी का बिल जमा कर रहे हैं। उनके राशन कार्ड और वोटर कार्ड तक बने हैं। अब बुजुर्गी अवस्था में वह बच्चों को लेकर कहां जाएंगे।

{लोगों के पास 30-30 साल पुराने राशन कार्ड, आधार कार्ड और वोटर कार्ड हैं

लोगों ने कहा- मर जाएंगे लेकिन घर नहीं तोड़ने देंगे


फरीदाबाद. नहर किनारे बसा प्रेमनगर, यहां के इन मकानों को अब तोड़ा जाएगा।

फरीदाबाद. मीडिया के सामने अपना दुखड़ा बताते कॉलोनी के लोग।

प्रेमनगर और पटेल नगर के हजारों आशियाने टूटेंगे, कार्रवाई के लिए हो चुकी है तैयारी



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Faridabad News - bulldozers will run on more than three thousand houses built on the land of the irrigation department action will start from 19
Faridabad News - bulldozers will run on more than three thousand houses built on the land of the irrigation department action will start from 19


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/320bid9

ADD











Pages