नगर परिषद कार्यालय में विकास कार्यों को लेकर दस करोड़ से अधिक का घोटाले का आरोप है। उक्त आरोप नगर परिषद के पार्षद कर्मवीर दलाल ने पत्रकार वार्ता में लगाए। इस अवसर पर उनके साथ पार्षद चेतन शर्मा व भूपेंद्र नोहवार, डॉ. यशपाल मवाई, कृष्णपाल मौजूद थे। कर्मवीर ने कहा कि सेक्शन 35 के तहत किसी भी कार्य का पूर्ण विवरण और उस पर खर्च की गई राशि का अनुमोदन आज तक सदन में नहीं किया गया है। पूरे सदन को इस मामले में अंधेरे में रखकर करोड़ों रुपए की राशि खर्च करना अवैधानिक है। उन्होंने कहा कि नप की चेयरमैन इंदू भारद्वाज ने पद की गरिमा का दुरुपयोग करते हुए असंवैधानिक तरीके से अनुबंध रेट पर अपनी ही पुत्र वधु को नगर परिषद में नौकरी पर लगा लिया। दलाल ने कहा कि नगर परिषद में जितने भी टेंडर छोड़े गए है उन्हें एक ही कंपनी के नाम छोड़ा गया है।
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