खराब रिजल्ट काे सुधारने के लिए डीसी अशाेक कुमार शर्मा ने कैंट के एसडी विद्या मंदिर स्कूल में जिलाभर के 155 सरकारी स्कूल हेड अाैर प्रिंसिपल की बैठक ली। बैठक में उनके साथ शिक्षा विभाग जाॅइंट डायरेक्टर सतिंद्र सिवाच, डाइट माेहड़ा प्रिंसिपल उमा शर्मा, डिप्टी डीईओ सुधीर कालड़ा, डीपीसी महासिंह सिंधु भी विशेष ताैर पर पहुंचे। बैठक की शुरुआात दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। इसके उपरांत सभी अधिकारियों ने पॉजिटिव तरीके से सभी स्कूल हेड अाैर प्रिंसिपल काे रिजल्ट सुधारने के लिए माेटिवेट किया। कई टीचर ने अपने स्कूल के बेहतरीन रिजल्ट काे लेकर विचार भी साझा किए।
डीसी अशाेक कुमार शर्मा ने स्कूल हेड अाैर प्रिंसिपल काे रिजल्ट सुधारने के लिए माेटिवेट किया। उन्हाेंने कहा कि पिछले 3 साल के मुकाबले उनका रिजल्ट काफी सुधरा है। इसी वजह से दूसरे राज्याें की भी नजर उनके ऊपर है। सरकारी स्कूलाें में हर वर्ष रिजल्ट बढ़ रहे हैं।
टीचर्स ने स्कूल में काफी मेहनत की है, बस अब अंतिम डैश लगाने की जरूरत है। उन्हाेंने कहा कि किसी भी टीचर काे टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। टेंशन जितनी कम हाेगा, रिजल्ट उतना अच्छा अाएगा। बस अपना टारगेट जरूर बना लें। उन्हाेंेने अपने संबाेधन में 2 बार टीचर काे माेटिवेट करते हुए कहा कि अाप बच्चाें का भला करें, भगवान आपका भला करेगा। अंत में डाइट माेहड़ा प्रिंसिपल उमा शर्मा ने सभी का अाभार जताया। उन्हाेंने कहा कि 17 फरवरी काे स्कूलाें में मेगा पीटीएम हाेगी।
प्राइवेट स्कूल के मुकाबले स्टाफ ज्यादा पढ़ा लिखा, फिर भी हमारा स्तर चिंताजनक: मीटिंग में शिक्षा विभाग जाॅइंट डायरेक्टर सतिंद्र सिवाच भी पहुंचे थे। उन्हाेंने टीचर काे संबाेधित करते हुए कहा कि सीबीएसई स्कूलाें में अच्छे बच्चे हैं। उनके मुकाबले शिक्षा का हमारा स्तर चिंताजनक है। हमें रिजल्ट सुधारने के प्रयास करने हैं। प्राइवेट स्कूलाें के मुकाबले सरकारी स्कूलाें में स्टाफ ज्यादा पढ़ा लिखा है। हम हर जगह अव्वल हैं, सिर्फ रिजल्ट में पीछे हैं।
... जब जगाधरी रोड पर सिविल अस्पताल के पास जाम में फंसे डीसी शर्मा
अाधा घंटा पहले अाता हूं व अाधा घंटा बाद जाता हूं
टीचर याेगराज ने बताया कि दाे साल वह बधाैली स्कूल में रहे। उनका रिजल्ट 100 प्रतिशत रहा। अब वह शहजादपुर स्कूल में हैं। साल में 20 छुट्टी मिलती है। उन्हाेंने एक छुट्टी भी नहीं, क्याेंकि रिजल्ट काे मेनटेंन रखना था। वह राेजाना स्कूल में सुबह अाधा घंटा पहले अाते हैं अाैर शाम काे छुट्टी हाेने के अाधा घंटा बाद घर जाते हैं।
परीक्षा के टाइम में ही तैयारी करवाना हाथाें पर सरसाें जमाने वाली बात
मीटिंग में धन्याैड़ा स्कूल से ट्रांसफर हाेकर दूसरे स्कूल में गई स्कूल हेड शारदा ने बताया कि उनके स्कूल का रिजल्ट 5 साल से बेहतरीन रहा। इसी कारण यह था कि उन्हाेंने छाेटी कक्षा से ही बच्चाें काे पढ़ाना, पेरेंट्स मीटिंग, प्लानिंग अाैर टेस्ट लेना शामिल है। अगर पूरे साल टीचर नहीं पढ़ाएगा ताे अंतिम दिनाें में परीक्षा के टाइम पढ़ाकर अच्छे रिजल्ट की उम्मीद करना हाथाें पर सरसाें जमाने वाली बात है। इसलिए टीचर बच्चाें के पेरेंट्स काे माेटिवेट करें। बच्चाें काे शुरू से ही पढ़ाए ताकि उसका बेस मजबूत हाे। जाे पढ़ाया है, उसकी क्विज प्रतियाेगिता करवाएं।
20 स्कूल एेसे थे 25% से कम अाया था रिजल्ट
सत्र 2018-19 में िजला के 20 स्कूल एेसे थे। जिनका 10वीं का रिजल्ट 25 प्रतिशत से भी कम था। इन स्कूलाें की कुरुक्षेत्र में भी 30 जनवरी काे विभाग के प्रधान सचिव ने भी बैठक ली थी। बैठक में रिजल्ट काे सुधारने के लिए मंत्र दिया गया था। अब डीसी ने सभी स्कूलाें के हेड व प्रिंसिपल की बैठक ली।
कैंट के एसडी विद्या स्कूल में शिक्षा विभाग की मीटिंग की अध्यक्षता करते डीसी अशोक कुमार व मौजूद सरकारी स्कूलों के टीचर्स।
5 मूलमंत्र-एेसे सुधारें रिजल्ट
l स्टूडेंट काे माेटिवेट करें
l पुराने प्रश्न-पत्र की रिविजन
l लिखने की ज्यादा प्रैक्टिस
l हाई वेट टाॅपिक करवाना
l एक्स्ट्रा क्लासिस
पिछले साल में रिजल्ट रहा
10वीं
2017 2018 2019
34% 40% 47%
12वीं
64% 65% 75%
डीसी जब मीटिंग में भाग लेने के लिए एसडी विद्या मंदिर स्कूल जा रहे थे तो जगाधरी रोड पर सिविल अस्पताल के पास उनकी कार जाम में फंस गई। उनके गनमैन ने उतरकर कार को धीरे-धीरे आगे निकाला। लगभग 10 मिनट तक वह जाम में फंसे रहे।
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