
बार एसोसिएशन की चौधर को लेकर अब बार में गर्माहट शुरू हो चुकी है। सोमवार को बार एसोसिएशन के ऑनलाइन चुनाव को लेकर हाउस की मीटिंग हुई। इसके बाद चुनाव अधिकारी अरविंद्र श्योराण की ओर से रेज्युलेशन पास किया गया। जो पंजाब एंड हरियाणा बार काउंसिल के पास भेजा जाएगा। इसमें उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमेटी की मीटिंग हुई थी। इसमें चुनाव के बारे में चर्चा की गई। इसके हाउस की मीटिंग का फैसला लिया गया। सोमवार को बार प्रधान ने बार हाउस की मीटिंग बुलाई। इसमें वकीलों के विचार लिए गए।
वकीलों के विचार लेने के बाद सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि ऑनलाइन चुनाव में बहुत ज्यादा खामियां है। इसलिए ऑनलाइन चुनाव न करवाया जाएं। यही कार्यकारिणी अगले चुनाव तक कार्य करेगी। इधर, बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान उमेश भारद्वाज व उनके गुट ने चुनाव ऑनलाइन कराने की ही मांग दाेहराई है। बार चुनाव निष्पक्ष रूप से हो एडवोकेट प्रमोद दलाल का कहना है कि ऑनलाइन चुनाव प्रक्रिया में कई खामी है। इनके दूर करने के बाद चुनाव ऑनलाइन हो या फिर ऑफ लाइन हो। चुनाव निष्पक्ष रूप से होने चाहिएं।
ऑनलाइन चुनाव से बचेगा लाखों का खर्च
बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान उमेश भारद्वाज का कहना है कि बार चुनाव ऑनलाइन होना चाहिए। सैकड़ों वकीलों के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी करवाए हुए है। जो ऑनलाइन चुनाव के पक्ष में है। ऑनलाइन चुनाव होने की वजह से धांधली रुकेगी व लाखों रुपए खर्च के बचेंगे।
मीटिंग को लेकर प्रधान व महासचिव आमने-सामने
बार एसोसिएशन की हाउस की मीटिंग के संबंध में महासचिव पुनीत पुनिया ने बार काउंसिल पंजाब एवं हरियाणा चंडीगढ़ को पत्र लिखकर सोमवार को बुलाई मीटिंग को काउंसिल के आदेश की अवमानना बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारी नियुक्त होने के बार प्रधान को मीटिंग बुलाने का अधिकार नहीं होता। इधर, बार एसोसिएशन के प्रधान लोकेंद्र फोगाट का कहना है कि बार एसोसिएशन के चुनाव अधिकारी ने इलेक्शन कमेटी के साथ मीटिंग के बाद उन्हें बार की हाउस की मीटिंग का संदेश वकीलों तक पहुंचाने का निर्देश दिया था इसलिए वकीलों को मीटिंग के लिए मैसेज भेजा गया था।
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