
कोरोना महामारी रामलीला के मंचन में भी आड़े आ गई। कैंट के बजाजा बाजार की 100 साल से ज्यादा पुरानी रामलीला समेत ट्विन सिटी में होने वाली करीब 10 रामलीला इस बार नहीं होंगी। दशहरा भी सिर्फ परंपरा को निभाते हुए प्रतीकात्मक होगा। न कोई शोभायात्रा निकलेगी और न ही राम व रावण युद्ध करते नजर आएंगे। रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के बड़े-बड़े पुतलों का कद 10 फुट से ज्यादा नहीं होगा।
शुक्रवार को प्रशासन की रामलीला कमेटियों के साथ बैठक हुई। जिसमें प्रशासन ने कड़ी शर्तों के साथ सिर्फ 3 दिन में रामलीला निपटाने की बात कही तो ज्यादातर कमेटियां पीछे हट गईं। प्रशासन अष्टमी व नवमी के दिन रामलीला मंचन और दशमी को दशहरा मनाने की परमिशन देगा। यह परमिशन भी हर रोज मिलेगी। प्रशासन रामलीला की वीडियो देखेगा फिर उस पर रिव्यू करेगा। अगर किसी कमेटी को रामलीला का मंचन करना भी है तो उसे हर रोज सिर्फ 4 घंटे की ही परमिशन मिलेगी।
ड्यूटी मजिस्ट्रेट हर रोज रामलीला मंचन का निरीक्षण करेगा। डीसी अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि मंचन के दौरान 100 से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होने चाहिए। जो लोग रामलीला देखने आएंगे, उनके हाथ सेनिटाइज और मास्क देने की जिम्मेदारी रामलीला कमेटी की होगी। नियमों की अवहेलना होने पर परमिशन रद्द कर दी जाएगी। दशहरे के दिन भी सिर्फ 100 लोग ही रावण दहन के समय होने चाहिए। इससे पहले लोग रावण के स्वरूप पर माथा टेककर जा सकते हैं। किसी कमेटी ने नियमों की उल्लंघना की तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
श्री बांके बिहारी रामलीला क्लब नॉवल्टी चौक
निदेशक प्रदीप शर्मा के मुताबिक प्रशासन की पाबंदियों को देखते हुए पिपली बाजार के भगवान परशुराम मंदिर के हाॅल में ही मंचन करके परंपरा को निभाएंगे। एक माह से तैयारी चल रही थी और शुक्रवार को झंडा पूजन हुआ। प्रशासन ने 3 दिन परमिशन की बात कह रही है, जिसमें पूरी रामायण नहीं दिखा सकते। जैन कॉलेज रोड पर रावण दहन प्रतीकात्मक होगा।
सिटी के मानव चौक पर मानव रंगमंच
रंगमंच के डायरेक्टर दर्शन लाल मल्होत्रा ने बताया कि न तो रामलीला होगी और न ही सेक्टर-8 के हुडा ग्राउंड में दशहरे के दिन रावण दहन हाेगा। रंगमंच के महासचिव संजीव आनंद ने कहा कि इस संबंध में प्रधान पिंकेश बतरा ने मीटिंग की थी। कलाकारों की ड्रेस हर रोज ड्राइक्लीन नहीं करा सकते हैं। बिना मास्क के मंचन से खतरा रहेगा।
सिटी में झंडे वाली रामलीला
न्यू राष्ट्रीय कला केंद्र की तरफ से अनाज मंडी में झंडे वाली रामलीला होती है। प्रधान मुकेश जिंदल व कैशियर विनोद कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस बार रामलीला मंचन नहीं होगा। प्रदीप कुमार गर्ग ने कहा कि दशहरे के दिन शोभायात्रा की अनुमति मिलती है तो 2 गाड़ियों में भगवान स्वरूप को रामबाग स्थित ग्राउंड में ले जाया जाएगा। जहां रावण दहन होगा।
रामलीला ग्राउंड प्रेमनगर
सरस्वती ड्रामेटिक क्लब प्रेमनगर की तरफ से पिछले 56 साल से रामलीला ग्राउंड में रामलीला मंचन करता था। मंच संचालक रामकिशन कालिया ने बताया कि इस बार रामलीला नहीं हाेगी।
हाउसिंग बोर्ड सेक्टर- 7
हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-7 के प्रेसिडेंट ध्रुव त्रिखा ने बताया कि पिछले 12 साल से हाउसिंग बोर्ड में दशहरा मेला लगा रहे हैं। इस बार भी मेला हाेगा। कारीगर रावण बनाने का काम शुरू कर चुके हैं।
हुडा ग्राउंड सेक्टर-8
सनातन धर्म दशहरा कमेटी सेक्टर-8 की तरफ से वर्ष 2002 से हुडा ग्राउंड में दशहरा मेला करवाया जा रहा है। जनरल सेक्रेटरी राजिंद्र अग्रवाल ने बताया कि इस बार दशहरे का आयोजन नहीं हाेगा।
इमली वाली रामलीला
सिटी की पुरानी अनाज मंडी में शंकर ड्रामेटिक क्लब की तरफ से 30 साल से रामलीला का आयोजन होता है। डायरेक्टर देवराज गुप्ता ने बताया कि इस बार रामलीला नहीं हाेगी।
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