
हुडा सेक्टरवासियों के लिए अच्छी खबर है। पॉश कॉलोनी में रहने वाले वीआईपी लोगों को अब खुले में जा रहे सीवरेज के पानी की बदबू से परेशान नहीं होना पड़ेगा। सेक्टर के आउटर एरिया में बड़ी सीवरेज लाइन बिछाई जा चुकी है और वैदवाला गांव के पास एसटीपी यानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण का काम भी तेजी से शुरू हो गया है। अब केवल हाइवे के नीचे से और बिजली के पोल के कारण लाइन गुजारने का काम बाकी रह गया है। इसके बाद खुले में जा रहा सीवरेज का पानी बंद हो जाएगा। इस काम के पूरा होने से तीन सेक्टरों के 2500 परिवारों की 10 हजार से ज्यादा की आबादी को राहत मिलेगी।
सरकार ने हुडा सेक्टरों के लिए अलग से एसटीपी बनाए जाने के प्रोजेक्ट को पिछले वर्ष मंजूरी दी थी। जनवरी में सेक्टर से लेकर गांव वैदवाला के पास करीब साढ़े 17 करोड़ रुपये से बनने वाले एसटीपी तक पाइपलाइन बिछाने का काम भी शुरू हो गया था। एसटीपी की बाउंडरी वाल काम भी स्पीड पकड़ गया था।
इसी बीच कोरोना महामारी फैल गई और काम बीच में रुक गया। अब महामारी से कुछ राहत मिलने के बाद दोबारा काम शुरू हो गया है। एसटीपी की साइट पर वर्करों ने काम शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही काम पूरा होगा और पॉश कॉलोनियों सेक्टर-19, 20 और 21 के लोगों को राहत मिलेगी।
अभी तीनों सेक्टरों से निकलने वाला सीवरेज का पानी खुले में छोड़ा जा रहा था। पहले हुडा के प्लाटाें में ही पानी जा रहा था जबकि उसके बाद गांव वैदवाला के पास। लेकिन अब इस समस्या का समाधान होगा। इससे तीन सेक्टरों में रहने वाले 2500 परिवारों की 10 हजार से ज्यादा की आबादी को राहत मिलेगी।
हुडा सेक्टरों के चारों तरफ सीवरेज की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है
हुडा सेक्टरों के चारों तरफ बड़ी सीवरेज की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है। केवल ग्लोबल स्पेस के पास का कुछ एरिया रह गया है। इसके अलावा गांव वैदवाला के पास हाइवे के नीचे से टनल बनाकर पाइपलाइन गुजारी जानी है, इस पर काम चल रहा है। जबकि सेक्टर में बिजली के पोल अभी तक नहीं हट पाए हैं जिस कारण काम बीच में रुका हुआ है। इस समय हाइवे के पास पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। इसके अलावा एसटीपी की साइट पर भी तेजी से निर्माण कार्य शुरू हो गया है। एसटीपी के लिए गांव वैदवाला में 20 एकड़ भूमि पहले ही खरीदी जा चुकी है। इस नये प्रोजेक्ट से हुडा सेक्टरवासियों को राहत मिलेगी क्योंकि अभी तक सीवरेज का पानी खुले में छोड़ा जा रहा था।
यूं चला प्रस्ताव, ये आईं बाधाएं
हुडा सेक्टर का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का है। यह प्रपोजल पिछले करीब 8 सालों से लटका हुआ था। हुडा विभाग कई बार इसके एस्टीमेट बना चुका है और कई बार बदलाव भी कर चुका है। शहर के हुडा के सेक्टर 20, पार्ट वन और टू में करीब 2500 मकान है। जिसमें 10 हजार से अधिक की आबादी है। अब हुडा विभाग की ओर से 22.50 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) केपेसिटी का स्काड़ा सिस्टम का एसटीपी बनाया जाना है। साथ ही 7.50 एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 2.20 एमएलडी केपेसिटी का टीटीपी भी बनाया जाएगा। इसमें कलेक्टिंग संप, टेस्टिंग सेंटर, लेबोरेट्री सहित अन्य भवन भी बनाए जाएंगे। जो कंपनी इसे बनाएगी, उसे 5 वर्ष तक न केवल संचालित करना होगा बल्कि इसकी संभाल भी करनी होगी।
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