
मूनक गांव स्थित ब्राह्मण धर्मशाला में चल रहे 7 दिवसीय मूर्ति स्थापना समारोह संपन्न हो गया। 7 दिन चले इस समारोह में कलशयात्रा, मूर्ति स्थापना एवं हवन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का समापन हवन के साथ हुआ। भगवान परशुराम की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। मूर्ति स्थापना समारोह शनिवार सुबह 9 बजे हवन 11 बजे मूर्ति स्थापना कर दोपहर बाद प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया।
सैकड़ों लोगों ने गायत्री मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञ में आहुति डाली और अपने मंगलमय जीवन की कामना की। गांव के सरपंच हवा सिंह ने कहा कि भगवान परशुराम ने समाज को एक नई दिशा दी है और लोगों को एक सूत्र में पिरोया था। हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए उनके आदर्शों को जीवन में ग्रहण करना चाहिए। भगवान परशुराम राम शस्त्र व शास्त्र दोनों के ज्ञाता थे।
बच्चों ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता जी के चरित्र का किया मंचन
प्रताप पब्लिक स्कूल तरावड़ी में दशहरा पर्व मनाया गया। इस दौरान बच्चों ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण और सीता माता के चरित्र में अभिनय का वीडियो बनाकर अध्यापकों को भेजी। कुछ बच्चों ने रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का चरित्र अदा करते हुए वीडियो बनाई। बच्चों ने असत्य पर सत्य की जीत का प्रदर्शन वीडियो के माध्यम से किया। अध्यापकों ने बच्चों को दशहरा क्यों मनाया जाता है तथा भगवान श्रीराम, लक्ष्मण व सीता जी और रावण के चरित्र के बारे में जानकारी दी।
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