वर्ष 2017 में हुए गार्ड वेतन घोटाले में हेल्थ यूनिवर्सिटी प्रशासन की जांच कमेटी ने निजी सुरक्षा एजेंसी को दोषी मानते हुए एफआईआर दर्ज कराने पर सहमति दी है।
कमेटी से रिपोर्ट मिलने के बाद हेल्थ यूनिवर्सिटी प्रशासन अब निजी सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों पर जल्द एफआईआर दर्ज करवा सकता है। संबंधित अधिकारियों की ओर से पुलिस के उच्चाधिकारियों को जांच कमेटी की रिपोर्ट प्रस्तुत कर एफआईआर दर्ज करने को कहा है।
यूएचएस जनसंपर्क अधिकारी व प्राचार्य डॉ. गजेंद्र सिंह ने बताया कि इस बाबत प्रकरण संज्ञान में नहीं आया है।
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