
मकड़ाैली गांव में एक किशोरी ने जहरीला पदार्थ निगलकर सुसाइड कर लिया। किशोरी के भाई ने थाना सदर में एक किशोर व उसके परिजनों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। थाना सदर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव मकड़ौली खुर्द निवासी युवक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी बहन रोहतक में एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाई करने के लिए आती थी।
यहां पर उसकी बहन की मुलाकात लाढ़ाैत रोड निवासी युवक के साथ हुई। युवक ने उसकी बहन पर जबरदस्ती शादी करने का दबाव बनाया। किशोरी ने कई बार परिजनों को भी इस संबंध में बताया। आरोप है कि किशोरी ने इसी से परेशान होकर जहरीला पदार्थ निगलकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। थाना सदर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्प्रिट तस्करी में डिस्टलरी-तस्कराें की सांठगांठ खंगालेगी एसआईटी
पानीपत रोड पर ढाबे से साढ़े 40 हजार लीटर स्प्रिट बरामद मामले में अब जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। मामले में स्प्रिट तस्करी के तार पंजाब और मध्य प्रदेश की डिस्टलरी संचालकों से जुड़ रहे हैं। एसपी राहुल शर्मा की ओर से गठित एसआईटी का इंचार्ज डीएसपी सज्जन कुमार को बनाया गया है। इसमें अलावा टीम में सदर थाना प्रभारी शमशेर सिंह, सीआईए टू प्रभारी नरेश राठी, इकनॉमिक सैल प्रभारी नरेश कुमार और साइबर सैल प्रभारी की टीम काम करेगी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी संदीप, कुलदीप समेत अन्य आरोपियों के प्रोपर्टी का भी रिकार्ड निकलवा लिया है।
इसके अलावा गिरोह से जुड़े अन्य लोगों तक पहुंचने के लिए पुलिस की टीम काम रही है। पुलिस ने आरोपियों ने फोन कब्जे में लेकर उसकी कॉल डिटेल, व्हाटसएप डाटा समेत अन्य कई तरह की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। क्योंकि इस मामले में रोहतक, भोपाल, पंजाब, गुजारात, यूपी, राजस्थान समेत कई प्रदेश के लोगों के नाम सामने आने की संभावना है।
ये है मामला
गांव काहनी के पास 11 अक्टूबर की रात को सीएम फ्लाइंग की टीम ने एक ढाबे पर रेड की। यहां से 40,500 लीटर स्प्रिट बरामद की थी। यह मध्य प्रदेश के भोपाल और पंजाब की राजपुरा डिस्टलरी से लाई गई थी। पुलिस जांच में डिस्टलरी और आबकारी विभाग के कुछ लोगों की माफिया से मिलीभगत के सबूत मिले थे। वहीं, सीएम फ्लाइंग ने गिरोह के सरगना तीन भाइयों में से दो भाई समेत 24 लोगों को गिरफ्तार किया था। रूखी गांव का संदीप व उसका भाई कुलदीप सरगना है। बाकी आरोपियों में ढाबे के कारिंदे, ड्राइवर व मजदूरी करने वाले हैं। आरोपी पिछले दो साल से काहनी गांव के पास बने भोले दा ढाबा में रैकेट को चला रहे थे। स्प्रिट शराब माफिया को शराब बनाने के लिए हरियाणा के कई जिलों, यूपी और राजस्थान में सप्लाई करनी थी।
पहले भी पानीपत रोड पर था आरोपियों की ढाबा
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ये धंधा पिछले कई साल से कर रहे है। इससे पहले भी इनका पानीपत रोड पर ही ढाबा था। वहां से पैसे कमाने के बाद आरोपियों ने यहां जमीन खरीदकर ये धंधा शुरू कर दिया था।
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