
एडीसी राहुल हुड्डा ने निर्देश दिए कि वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक कार्यालय से हमेशा नदारद रहती हैं, इसलिए उसकी सेवाओं को समाप्त किया जाए। सेंटर में उन्हीं को रखा जाए, जो सही ढंग से कार्य करें।
एडीसी मंगलवार को जिला सचिवालय सभागार में समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर के प्रति गांवों और शहरी क्षेत्र में अभी लोगों को पूरी तरह से जानकारी नहीं है।
इसलिए महिला स्वयं सहायता समूह, आंगनबाड़ी केंद्र एवं आशा वर्कर जिला में चलाए जा रहे वन स्टॉप सेंटर के बारे में ग्रामीणों को बताएं। यह सेंटर असहाय व पीडि़त महिलाओं की मदद के लिए बनाया गया है। बैठक के दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत जिला टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में एडीसी ने पीसी-पीएनडीटी, लिंगानुपात, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत जागरूकता की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिला में उन गांवों की पहचान करें जिनका लिंगानुपात 800 से नीचे है, उन गांवों पर ज्यादा फोकस करें। महिला एंव बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव ने चल रही योजनाओं के बारे में बताया। इस मौके पर डीईओ राजेश कुमार, डीडीए आरके श्योराण, मोर्निंग ग्लोरी प्रधान सोनाली सिंगला, डीसीडब्ल्यूओ दीपिका, एसएमओ डॉ. चितरंजन, डॉ. अशोक, एनजीओ प्रतिनिधि दीपा भारद्वाज, डब्ल्यूसीडी शालू, पुष्पा, सुमन, दीपिका सैनी मौजद रहे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3o9mOOb