
तंदवाल गांव में मायके से पत्नी को लाने गए रवि की सल्फास खाने के बाद इलाज के दौरान पीजीआई में मौत हो गई। पुलिस ने रवि के पिता की शिकायत पर रवि की पत्नी आरती, सास शिमला, साढू दीपक और तंदवाल के शोकी के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। यमुनानगर (बिलासपुर) के छोली गांव के रुलदा राम ने बराड़ा थाना में शिकायत दी कि उनके बेटे रवि व उसकी पत्नी आरती में अनबन रहती थी। जिस कारण आरती तंदवाल में अपनी माता के पास रहती थी। आरती ने रवि के खिलाफ जो शिकायत दी थी, उसका 15 अक्टूबर को महिला हेल्प डेस्क बराड़ा में फैसला हुआ था।
रवि 17 अक्टूबर को आरती के फोन करने के बाद आरती के कपड़े व बच्चों के कागजात लेकर ससुराल तंदवाल गया था। तंदवाल से आरती की माता का फोन उनके पास आया। उसने कहा कि रवि आरती को चाकू मारकर भाग गया है। उसके बाद उनके गांव के सरपंच सुरजीत सिंह के फोन पर तंदवाल से अशोक कुमार शोकी का फोन आया। उसने बताया कि रवि जोगी धर्मशाला में पड़ा मिला है। उसने कहा कि शायद रवि ने कुछ खा लिया है। इसके बाद बराड़ा पुलिस का फोन उनके पास आया।
वह बराड़ा पहुंचे तो रवि की हालत को ज्यादा गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे सिविल अस्पताल अम्बाला कैंट रेफर कर दिया, जिसके बाद रवि को चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया गाय। जहां तीसरे दिन रवि की मौत हो गई। रुलदा राम ने शक जाहिर किया कि उनके बेटे ने साढू दीपक, तंदवाल को शोकी, पत्नी आरती व सास शिमला से तंग आकर जहरीला पदार्थ खाया है, क्योंकि कुछ दिन पहले दीपक ने रवि को महिला मंडल में धमकी दी थी।
रवि कुमार के पिता रुलदा राम के बयान पर आरोपियों के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया है। रवि ने सल्फास की गोलियां निगल ली थी। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
वीरेंद्र वालिया, थाना प्रभारी, बराड़ा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2TbJ23P