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Monday, 19 October 2020

चैरिटेबल अस्पताल में फार्मेसी व लैब खुलवाने के नाम पर अम्बाला समेत 4 जिलों के केमिस्टों से 32 लाख रुपए की धोखाधड़ी

पूरे देश में बिशप फाउंडेशन के 85 चैरिटेबल अस्पताल खोलने के नाम पर अम्बाला, यमुनानगर, जगाधरी, कुरुक्षेत्र और करनाल के केमिस्टों से करीब 32 लाख की धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। आरोपी ने अपना नाम जेसी पारकर बताया था। उसने सभी जगह अस्पताल में लैब व केमिस्ट शॉप खुलवाने के नाम पर कैमिस्टों से एडवांस लिया। अभी कैंट के कैमिस्ट कपिल नरूला की शिकायत पर केस दर्ज हुआ है। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी ने केमिस्ट को जाल में फंसाने के लिए अलग-अलग जिलों में पहले बिल्डिंग किराये या लीज पर लीं। बिल्डिंग मालिकों से वाइट वॉश कराने के नाम पर एडवांस लिया गया।

इसके अलावा अस्पताल का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने का काम ठेकेदारों से कराया गया। अस्पताल में इंफ्रास्ट्रक्चर और कैबिन तैयार होते देखकर केमिस्ट में झांसे में आए। पारकर के बताए खातों में अम्बाला सिटी निवासी गिरीश साहनी व अम्बाला कैंट निवासी कपिल नरूला ने सवा-सवा चार लाख, यमुनानगर, जगाधरी और कुरुक्षेत्र के कुछ केमिस्टों से साढ़े 6 लाख रुपए तक डलवा लिए। इससे पहले मध्यप्रदेश के भोपाल, यूपी व तेलंगाना में ऐसे ही अस्पताल खोलने के नाम पर धोखाधड़ी के केस दर्ज हो चुके हैं।

मेरी बिल्डिंग का 9 साल का किरायानामा किया, 1.80 लाख का चेक बाउंस होने से शक हुआ: माथुर

हमारी हिल रोड प्रॉपर्टी की दो मंजिला बिल्डिंग को जेसी पारकर ने नौ साल के किराये पर लेने की बात की। पारकर ने पहले मेट्रो मोटर के मैनेजर से संपर्क किया था, जिसने प्रेम नगर में अपनी जगह अस्पताल खोलने के लिए दी थी। वहां अस्पताल का ढांचा तैयार होते देखकर मैंने अपनी बिल्डिंग दे दी। मैंने 1.60 लाख बिजली निगम को जमा कराकर 40 केवी का बिजली कनेक्शन लिया। आरोपी ने कई बार मुलाकात की और मुझे चेक दिए। ई-मेल के जरिए जो एग्रीमेंट भेजा था। मुझे बताया था कि सेंट्रल ऑफिस पटना में है। मेरी बिल्डिंग में उसने एसी समेत अन्य काम कराए। मुझे दिया गया 1.80 लाख का एक चेक जब बाउंस हुआ तो शक हुआ। जब पारकर से बातचीत की तो लॉकडाउन और एक सदस्य की डेथ का कारण बताया। इसी बीच यमुनानगर से एक केमिस्ट ने ऑनलाइन सर्च की तो आरोपी की पहले की धोखाधड़ी का पता चला। उसके बाद से आरोपी से कोई संपर्क नहीं हुआ।
- डीएस माथुर, प्रॉपर्टी मालिक

अस्पताल का ढांचा देख मैं झांसे में आ गया: नरूला

मेरी सब्जी मंडी में केमिस्ट शॉप है। वहां रोहित नाम का एक युवक आया और बिशप फाउंडेशन के बारे बताया कि पूरे देश में अस्पताल खोले जाने हैं। प्रेम नगर में ब्रांच आफिस है। कैंट मे हिल रोड पर 10 जून को अस्पताल खुलने की बात कही। अस्पताल में केमिस्ट शॉप खोलने का कांट्रेक्ट करने की एवज में 4.25 लाख मांगे गए। पारकर से मुलाकात के बाद मैंने पत्नी के एक्सिस बैंक से चार किस्तों में आरोपी के फेडरल बैंक पटना में एनईएफटी कराई। अस्पताल शुरू होने की तारीख टलती गई और आरोपी फरार हो गया।
-कपिल नरुला, केमिस्ट शॉप संचालक, सब्जी मंडी कैंट



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32 lakhs fraud in the name of opening a pharmacy and lab in a charitable hospital


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