
(कुलभूषण सैनी) एचडीएफसी बैंक के दो कर्मचारियों ने लोन दिलाने के नाम पर लोगों से उनके दस्तावेज लेकर उनके नाम पर कंज्यूमर लोन कराकर खुद ही मार्केट से महंगे प्रोडक्ट ले लिए और इसके बाद वे प्रोडक्ट आगे बेचकर मोटी कमाई की। ये प्रोडक्ट स्वामी ट्रेडर्स, कुमार इलेक्ट्रिकल और सिंह इंटरप्राइजेज से लिए गए। पुलिस की जांच में अभी तक ठगी का शिकार हुए 26 लोग आए हैं। इसमें 22 मोबाइल, एक एलईडी, एक वॉशिंग मशीन, एक फ्रिज और एक वॉशिंग मशीन है लेकिन ठगी के शिकार 68 लोग बताए जा रहे हैं।
अब प्रोडक्ट की रिकवरी करने में जुटे हैं कर्मचारी
केस की जांच कर रहे इकनॉमिक सेल से जांच अधिकारी जनकराज सिंह ने बताया कि अभी तक कंज्यूमर के नाम पर 22 मोबाइल, एक एलईडी, एक फ्रिज और एक वॉशिंग मशीन लेने का मामला सामने आया है। सामान की रिकवरी में लगे हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। सामने आया है कि ये प्रोडक्ट स्वामी ट्रेडर्स, कुमार इलेक्ट्रिकल और सिंह इंटरप्राइजेज से लिए गए हैं।
इन 3 केसों से समझिए,कैसे 68 लोग हो गए ठगी का शिकार
अक्टूबर 2019 में लगे थे दोनों, जून में निकाले
केस 1: आरोपी नरेंद्र और साहिल की टीम लीडर ने बताया कि दोनों आरोपी अक्टूबर-2019 से काम कर रहे थे। दोनों थर्ड पार्टी पे-रोल पर थे। इनका डायरेक्ट एचडीएफसी बैंक से लेना-देना नहीं था, ये लोग ब्रांच में भी नहीं बैठते थे। बैंक में जब कुछ लोग इनके खिलाफ शिकायत लेकर आए तो तब बैंक ने जून में इन्हें नौकरी से निकाल दिया था।
ज्योतिषचार्य से भी ठगी, मोबाइल व एलईडी ली
केस 2: ज्योतिषाचार्य संदीप ने बताया कि वह लॉकडाउन में काम न होने से पर्सनल लोन को तैयार हो गया। दस्तावेज दे दिए थे। उसके नाम पर एक 75 और 50 हजार का लोन किया गया। 50 हजार रुपए का एप्पल मोबाइल लिया गया। ये प्रोडक्ट सिंह इंटरप्राइजेज से लिया गया। वहीं उसके चाचा आकाश के नाम पर 75 हजार की एलईडी ली गई।
रेहड़ी वाले के नाम पर 40 हजार की एलईडी ली
केस 3: अंडे की रेहड़ी लगाता है। लॉकडाउन में आरोपियों ने कहा कि वे पर्सनल लोन करा देंगे। उसने सभी दस्तावेज दे दिए जो उन्होंने मांगे थे लेकिन उसका कोई लोन नहीं हुआ। बाद में पता चला कि उसके अकाउंट पर 40800 रुपए की एलईडी और 36600 का माइक्रोवेव लिया गया। उसके अकाउंट से लोन की किस्त कटी तो तब उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई।
1 प्रतिशत ब्याज बताकर 23 फीसदी तक लगाया
अमन ने बताया कि लॉकडाउन में पत्नी का ऑपरेशन हुआ था। उसे कहा कि 30 हजार का लोन कराएंगे। एक प्रतिशत ब्याज देकर 2800 रुपए प्रतिमाह की किस्त देनी होगी। उनके पास 4400 रुपए भरने की किस्त आई। जांच में पता चला कि उसके नाम पर दो लोन पास कराए गए। एक लाख 46 हजार रुपए के दो प्रोडक्ट लिए गए। एक 2226 और करीब 4400 रुपए की दो ईएमआई कट रही है। यह 23 प्रतिशत ब्याज पर है।
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