
हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने बुधवार को नगर और सरस्वती नदी के बीच बनने वाले बांध का पूजा अर्चना के साथ शिलान्यास किया। यह बांध 31 लाख रुपए से तैयार होगा। उन्होंने कहा कि बांध बनने से सरस्वती कुंड में गंदा पानी नहीं गिरेगा। वैदिक व वैचारिक दृष्टि से महत्व रखने वाले इस धार्मिक स्थल को एक धाम के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि टूरिस्ट के लिए भी आकर्षण का केंद्र बने।
सरस्वती नदी के साथ लोगों की आस्था जुड़ी है। धरा पर पवित्र धारा फूटने के बाद ज्यादा संख्या में लोग क्षेत्र को देखने पहुंच रहे हैं। कई लोग यहां घूमने भी आते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार इसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना चाह रही है। इसी कड़ी में यहां विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही सरस्वती धाम को भी विकसित किया जाएगा। जिससे यहां भी पर्यटक आएं।
उपाध्यक्ष के सामने समिति ने ये मांगें रखी
सरस्वती विकास समिति के चेयरमैन विश्वामित्र अग्रवाल ने मांग रखी कि धाम पर महिला घाट व आरती घाट पर स्टील की रेलिंग लगाई जाए, मेडिटेशन हाल के साथ दो शौचालय, श्रद्धालुओं के बैठने के लिए संगमरमर के बैंच आरती स्थल पर फव्वारा, सीढ़ियां ठीक कराई जाएं व धाम के लिए स्पीकर की व्यवस्था कराई जाए। यह मांगें करीब 4 महीने पहले बोर्ड कार्यालय में भेजी हुई हैं। उपाध्यक्ष धुम्मन ने आश्वासन दिया कि धाम के विकास से संबंधित सभी कार्य किए जाएंगे। समिति की ओर से मां सरस्वती का चित्र भेंट कर उपाध्यक्ष को सम्मानित किया गया।
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