गुड़गांव. मानेसर स्थित नेशनल सिक्योरिटी गार्ड कैंपस में मंगलवार को एनएसजी का 35वां स्थापना दिवस मनाया गया। यहां एनएसजी ने पहली बार अमेरिकन तकनीक से बने 'द रुक' प्लेटफॉर्म का प्रदर्शन किया। इससे बिल्डिंग में छिपे अातंकियों पर काबू पाना आसान होगा।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद के समूल नाश के लिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया। पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकवाद का डटकर मुकाबला किया जा रहा है। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई। वहीं, एनएसजी के डायरेक्टर जनरल एसएस देसवाल ने कहा कि कमांडो हर परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हैं। एनएसजी कर्मियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कमांडो ने हैरत अंगेज करतब दिखाए।
रूक की खासियत तीन तरफ बुलेटप्रूफ दीवार है, जिसे कोई गोली भेद नहीं सकती
ये हैं 'द रुक' की विशेषताएं
इसमें 6 से 8 कमांडो एक साथ चढ़ सकते हैं। इसमें प्लेटफार्म है। यही नहीं प्लेटफार्म तीन तरफ से घिरा है। यह 15 फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। तीन तरफ बुलेटप्रूफ दीवार है। इससे सामने से आने वाली गोली कमांडो के नजदीक नहीं पहुंच पाएगी। दावा है कि दुनिया के किसी भी हथियार से निकलने वाली गोली रूक वाहन की दीवार को भेद नहीं पाएगी। इसमें बुलडोजर जैसा यंत्र है, जो किसी भी दीवार को ध्वस्त कर सकता है। रुक में 5 कैमरे लगे हुए हैं, जिससे दीवार टूटते ही अंदर का पूरा दृश्य देखा जा सकेगा।
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