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Monday, 27 January 2020

ऑनलाइन फीडबैक में पिछड़ रहा सीएम सिटी, लोगों के पास सिर्फ 4 दिन, टॉप टेन में आना बना चैलेंज

सीएम सिटी का स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 हो गया है। पिछले दिनों भारत सरकार की ओर से आई टीम 16 से 18 जनवरी तक शहर का सर्वेक्षण कर चुकी है, लेकिन अधिकारियों को इसकी खबर तब लगी जब टीम सर्वे करके लौट गई। उधर, ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक की बात करें तो सीएम सिटी इसमें भी पिछड़ रही है। 27 जनवरी तक केवल 6480 लोगों ने ही अपने शहर की स्वच्छता के बारे में ऑनलाइन फीड बैक दर्ज कराया है। जबकि करनाल से आगे 7 जिले चल रहे हैं। जिला स्तर पर फीडबैक का डाटा देखा जाए तो करनाल आठवें स्थान पर है। जबकि नगर पालिकाओं को भी शामिल किया जाएगा तो फिर करनाल का नंबर नौवां बनता है। सबसे ऊपर के पायदान पर रोहतक, दूसरे पर गुड़गांव, तीसरे पर सोनीपत, चौथे पर हिसार, पांचवें पर पंचकूला, छठे पर भिवानी और सातवें पर चरखी दादरी आता है। हालांकि करनाल के पास अभी अपना फीडबैक स्कोर सुधारने का चांस है। 31 जनवरी तक फीडबैक पोर्टल ओपन रहेगा। ऐसे में शहर के लोगों के पास ऑनलाइन फीडबैक देने के लिए छह दिन शेष हैं।

फीडबैक में अपने ही कस्बे ने करनाल को पछाड़ा

करनाल जिले की बात करें तो उसके तहत आने वाले कस्बे इंद्री के लोग फीडबैक देने में अधिक सक्रिय और जागरूक हैं। जहां साेमवार तक करनाल के 6480 लोगों ने ही सर्वेक्षण को लेकर शहर की सफाई पर अपना ऑनलाइन फीडबैक दर्ज कराया है, वहीं इंद्री नपा के तहत आने वाले 9376 नागरिकों ने ऑनलाइन फीड दिया है। इस तरह से इंद्री करनाल से आगे निकल गया है।

जानिए प्रदेश में कितने स्कोर पर है सीएम सिटी

सिटी स्कोर

रोहतक 23452

गुड़गांव 17927

सोनीपत 16690

हिसार 16608

पंचकूला 15623

इंद्री 9376

भिवानी 8516

चरखी दादरी 7660

करनाल 6480

टॉप टेन में आने का दावा पड़ने लगा ढीला, ऑनलाइन फीडबैक के प्रभाव को भी नकारा

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में करनाल शहर को टॉप टेन में लाने के दावे अधिकारियों द्वारा किए जाते रहे हैं, लेकिन अब इन दावों के सुर ढीले पड़ने लगे हैं। संबंधित अधिकारी अब सीएम सिटी के टॉप टेन में आने के दावे की जगह पहले से बेहतर परिणाम आने के बात कहने लगे हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि ऑनलाइन फीडबैक का कोई प्रभाव स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग पर नहीं पड़ने वाला है, क्योंकि इसकी फीडबैक को स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग तैयार करने में शामिल नहीं किया जाएगा, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उनका रैंक पहले से बेहतर रहेगा, क्योंकि उनके सभी पैरामीटर पहले से बेहतर हैं।

नागरिक इस तरह दे सकते हैं अपना फीडबैक

ऑनलाइन फीडबैक देने के लिए शहर के लोग swachhsurvekshan 2020.org/CitizenFeedback पर जाकर अपना फीडबैक दे सकते हैं। इसके अलावा मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स द्वारा जारी एप swachhata app डाउनलोड करके भी सर्वेक्षण में हिस्सा ले सकते हैं।

परिणाम पहले से बेहतर रहेगा

भारत सरकार की ओर से आई टीम ने 16 से 18 जनवरी तक शहर का स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 कर लिया है। इसके बारे में उन्हें भी बाद में पता चल पाया। उनके पैरामीटर मजबूत है। परिणाम पहले से बेहतर रहेगा। जहां तक ऑनलाइन फीडबैक की बात है यह तो जनता को जागरूक करने के लिए है, इसका स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। -प्रशांत त्यागी, सिटी टीम लीडर, स्वच्छ भारत मिशन, करनाल।



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