माघी पूर्णिमा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम और बिहार में लाखों श्रद्धालुओं ने आज गंगा-गंडक के संगम समेत विभिन्न नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगाई तथा मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
हिंदू धर्म के अनुसार माघी पूर्णिमा का विशेष महत्व है।हिन्दी पंचांग के अनुसार ये माघ मास की अंतिम तिथि है। अगले दिन यानी 10 फरवरी से फाल्गुन मास शुरू हो जाएगा। इस पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा कहा जाता है। माघी पूर्णिमा पर पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। ब्रह्मवैवर्त पुराण में बताया गया है कि इस तिथि पर श्रीहरि गंगा में वास करते हैं। इस वजह से माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान का महत्व काफी अधिक है।पवित्र नदी में स्नान करने के अलावा सूर्य भगवान की पूजा और दान करने की परंपरा भी प्रचलित है। माघी पूर्णिमा के मौके पर राजधानी पटना में देर रात से ही ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो अभी तक जारी है। सुबह होते ही श्रद्धालु ‘हर-हर गंगे, जय गंगा मैया, हर-हर महादेव’ के जयकारे के साथ गंगा में डुबकी लगाने लगे।
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