चंदन की खुश्बू और हुनर के लिए देश-विदेश में नाम कमाने वाला हिसार का गांव मंगाली अब चंदन तस्करी के मामले को सुर्खियों में है। कभी आंध्र प्रदेश पुलिस तो कभी दूसरे स्टेट की पुलिस छानबीन व तस्करी में संलिप्त आरोपियों को पकड़ने आती है। इस बार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम मंगाली पहुंची। यहां से कौशिक कुमार गोदारा उर्फ केके को गिरफ्तार कर अपने साथ दिल्ली लेकर गई है।
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर पंकज ने भास्कर संवाददाता को बताया कि हाल ही में दिल्ली के अमरोहा स्थित अनवरी हवेली के गोदामों से लाल, सफेद चंदन व खैर की लकड़ियां बरामद हुईं थीं। इनकी कीमत करीब 50 करोड़ से अधिक है। इस मामले में कई आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। उनसे पूछताछ में मंगाली गांव के कौशिक कुमार का नाम सामने आया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए हमारी टीम हिसार पहुंची थी। वहां की पुलिस से संपर्क करके गांव मंगाली में दबिश देकर कौशिक कुमार गोदारा को गिरफ्तार करके लेकर गई थी।
यह चंदन की बड़ी तस्करी का मामला है, जिसमें और भी आरोपियों की संलिप्तता का अंदेशा है। उनकी पहचान व धरपकड़ का प्रयास जारी है। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अमरोहा में छापा मारकर करीब 50 करोड़ से अधिक कीमत की चंदन की लकड़ी बरामद की थी, जोकि अनवरी हवेली के 2 गोदामों में रखी थी।
क्राइम ब्रांच ने अमरोहा पुलिस के साथ लाल और सफेद चंदन और खैर की लकड़ियों को बरामद किया था। इसका गैंग का मास्टरमाइंड फरार हो गया था। इस गैंग को पकड़ने से पहले क्राइम ब्रांच ने 30 जुलाई को भोले राम नाम के एक चंदन तस्कर को गिरफ्तार किया था जोकि दिल्ली के गढ़ी इलाके से अवैध कारोबार कर रहा था। छापेमारी में पुलिस को उसके गोदाम से लगभग 1800 किलो चंदन लकड़ी बरामद हुई थी। अभी तक छह आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने लाल चंदन से लदा ट्रक किया था जब्त
बता दें करीब डेढ़-दो साल पहले मंगाली पुलिस चौकी के अधीन भर्री गांव में आंध्र प्रदेश की पुलिस ने रेड मारकर लाल चंदन की लकड़ी से लदे ट्रक को जब्त कर लिया था। ट्रक में करीब पांच टन चंदन की लकड़ी बतायी जा रही थी। तस्करों ने पुलिस की नजरों से बचाने के लिए चंदन को पशुचारे से भरी बोरियों से ढक रखा था। इतना ही नहीं मंगाली गांव के खेतों में चंदन की लकड़ियों को छुपाकर रखा हुआ था। खेत में बाजरे की पूलियों के नीचे 173.430 किलोग्राम लाल चंदन छुपाकर रखा था। आरोपी खेत स्वामी रमेश को स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया था।
पढ़िए... चंदन कारोबार की कहानी
करीब पांच साल पहले तक चंदन की खुश्बू से मंगाली गांव महकता था। यहां के काफी ग्रामीण चंदन की लकड़ी के मणके इत्यादि सामान बनाकर बेचा करते थे। मंगाली में सक्रिय चंदन कारीगरों ने पुलिस प्रशासन की आंखों में धूल झोंकना शुरू कर दिया। आंध्र प्रदेश से चंदन की तस्करी करके हिसार लाने लगे। कम दाम पर लकड़ी खरीदकर हिसार व इंटरनेशनल मार्केट में कई गुना ज्यादा कीमत में बेचकर मुनाफा कमाने लगे।
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