हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम (एचवीपीएन) ने निर्माण एजेंसी सुमाजा प्राइवेट लिमिटेड को कैंट के 12 क्रॉस रोड पर 66 केवी सब-स्टेशन की बिल्डिंग 15 सितंबर तक पूरी करके देने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही वहां इंस्टॉल किए गए बड़े ट्रांसफार्मर अक्टूबर तक चलाने के लिए कहा है। ताकि, दिवाली से पहले कैंट की जनता को पावर कट की दिक्कत न झेलनी पड़े। उधर, निर्माण एजेंसी ने अधिकारियों को कहा कि बिल्डिंग 15 सितंबर तक वह तैयार करके दे देंगे, लेकिन बिना ट्रांसमिशन लाइन के एजेंसी हैवी ट्रांसफार्मर को नहीं चला पाएगी। ट्रांसमिशन लाइन के टावर अभी खड़े भी नहीं हुए हैं। ऐसे में एचवीपीएन और निर्माण एजेंसी के बीच में टकराव की स्थिति बनी हुई है।
एचवीपीएन ने एजेंसी को अल्टीमेटम दिया है कि यदि समय पर काम पूरा नहीं हुआ तो टेंडर अलॉटमेंट के वक्त जमा की गई 10 प्रतिशत अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (ईएमडी) काट ली जाएगी। यह ईएमडी 35 करोड़ के प्रोजेक्ट से करीब 85 लाख रुपए बनती है। ईएमडी जब्त करने के साथ ही एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने का विचार किया जा सकता है। उधर, एचवीपीएन के एक्सईएन ट्रांसमिशन दीपक शर्मा ने कहा कि अक्टूबर तक उम्मीद है कि सब-स्टेशन शुरू हो जाएगा।
कैंट में 40 हजार उपभोक्ताओं को फायदा होगा
इस सब-स्टेशन से कैंट की जनता को सीधा फायदा होगा। सब-स्टेशन शुरू होने से सिटी के भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट के 220 केवी सब-स्टेशन धूलकोट पर कैंट की निर्भरता खत्म हो जाएगी। क्वालिटी सब-डिवीजन के 19 हजार के बिजली उपभोक्ताओं को सब-स्टेशन से बिजली मिलेगी। बारिश और तेज हवाओं के चलने से बिजली गुल नहीं होगी।
ट्रांसमिशन लाइन में आर्मी की जमीन अड़ंगा
नया 66 केवी सब-स्टेशन 220 केवी सब-स्टेशन तेपला और 66 केवी आईओसी से ट्रांसमिशन लाइन से जुड़ने के बाद ही चल पाएगा। ट्रांसफार्मर को जब 66 केवी ट्रांसमिशन लाइन से इनपुट मिलेगी तभी सब-स्टेशन शुरू हो सकता है। बिजली निगम तेपला से लेकर कैंट तक टावर लगाने के लिए फाउंडेशन तैयार कर चुका है और आईओसी से 12 क्रॉस रोड तक 5 टावर खड़े करने का काम जारी है। इसके अलावा रेलवे लाइन की क्रॉसिंग और बनारसी दास फ्लोर मिल के पास मिलिट्री की जमीन है जिससे यह लाइन आनी है। बिजली निगम को इसका पैसा जमा कराना है तभी यहां पर टावर खड़े हो पाएंगे। दोनों ही लाइन के बीच में आर्मी की लैंड और रेलवे क्रॉसिंग अड़ंगा बनी हुई है।
कैंट के पास तीन विकल्प हो जाएंगे
66 केवी आईओसी में 220केवी तेपला और धूलकोट से ट्रांसमिशन लाइन आ रही है। तेपला से वाया इंडस्ट्रियल एरिया से होते हुए आ रहे ट्रांसमिशन लाइन के कंडक्टर 0.2 एमएम (400 एम्पियर) के हैं। जैसे ही कैंट में लोड बढ़ता है यह कमजोर कंडक्टर टूटने से बिजली गुल हो जाती है। अब तेपला से 2 नई ट्रांसमिशन लाइन (0.4 एमएम कंडक्टर) एक रूट से कैंट आएगी। एक लाइन पर दोगुना लोड यानि 800 एम्पियर तक चलेगा। इनमें से एक लाइन आईओसी तो दूसरी 12 क्रॉस रोड पर आएगी। कैंट की जनता को इसका यह फायदा होगा कि यदि एक लाइन में फॉल्ट पड़ा तो दूसरी, दूसरी में फॉल्ट पड़ा तो तीसरी से बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी।
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