उन लोगों के लिए अच्छी खबर है। जो विभिन्न बीमारियों के निदान के लिए सर्जरी कराना चाहते थे और कोरोना संक्रमण के चलते अब तक नहीं करा पाए थे। स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में रूटीन के ऑपरेशन पर लगी रोक को अब हटा लिया है। सोमवार से सिविल अस्पताल में अब मरीजों के रूटीन में होने वाले ऑपरेशन हो सकेंगे।
इस संबंध में डीजी हेल्थ की ओर से सिविल सर्जन को आदेश जारी कर पहले की तरह अस्पताल में रूटीन में हाेने वाले ऑपरेशन की परमिशन दी है। इस दौरान कोरोना संक्रमण न हो। इसके बचाव के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है। इसमें मरीज के साथ ओटी (ऑपरेशन थियेटर) में एक अटेंडेंट की ही एंट्री हो पाएगी। एंट्री से पहले मरीज का कोरोना टेस्ट होगा और साथ आए अटेंडेंट की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। एक समय में चिकित्सक द्वारा एक ही पेशेंट का चेकअप किया जाएगा और एक की ही ओटी में एंट्री होगी।
बता दें कि अभी तक सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमण के चलते इमरजेंसी मरीजों के ही आपरेशन हो रहे थे। बाकी को चिकित्सकों द्वारा दवा देकर सर्जरी कराने के लिए आगे का समय दिया जा रहा था।
2 हजार से ज्यादा मरीज कर हैं ऑपरेशन का इंतजार
जिले में कोरोना संक्रमण को देखते हुए मार्च के अंतिम सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग द्वारा रूटीन ऑपरेशन पर रोक लगा दी थी। इसके कारण जिले में 2 हजार से ज्यादा ऐसे मरीज हैं जिनको पित्त की थैली, बच्चेदानी की रसोली, हार्निया, हड्डियों का ऑपरेशन आदि करवाना था लेकिन लगी रोक के कारण उन्हें पिछले दिनों में दवा से ही काम चलाना पड़ा। अब रूटीन ऑपरेशन पर लगी रोक हटने से ये मरीज आने वाले दिनों में ऑपरेशन करवा सकेंगे। पिछले दिनों में सरकार की लगी रोक के कारण काफी मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भी महंगे रेट पर सर्जरी करानी पड़ी है।
स्वास्थ्य विभाग ने रूटीन ऑपरेशन पर लगी रोक को हटा लिया है। सिविल अस्पताल में रूटीन ऑपरेशन शुरू हो जाएंगे। इसके लिए मरीज का पहले कोरोना टेस्ट होगा। आम दिनों पहले रोजाना 5-7 मरीजों के रूटीन ऑपरेशन सिविल अस्पताल में होते थे। डाॅ. चंद्रमोहन शर्मा, सर्जन सिविल अस्पताल जींद।
रूटीन ऑपरेशन के दौरान इन बातों का रखना होगा ध्यान
- सर्जरी से पहले मरीज का कोरोना टेस्ट होगा। इसकी निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही ओटी में एंट्री होगी।
- एक पेशेंट के साथ एक अटेंडेंट के आने की ही परमिशन होगी।
- चिकित्सक द्वारा एक बार में एक मरीज का ही ऑपरेशन किया जाएगा और एक का ही चेकअप किया जाएगा।
- ओटी के अंदर जो भी दाखिल होगा उसकी पहले थर्मल स्क्रीनिंग होना जरूरी है।
- ओटी में चिकित्सक व अन्य स्टाफ को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन करना जरूरी है।
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