
जिले में 19 साल तक की उम्र के बच्चों को उनके घर-घर जाकर 12 से 17 अक्टूबर तक एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। एनडीडी के इस कार्यक्रम को लेकर सोमवार को आशा वर्करों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान आरकेएसके की डीएएचओ डाॅ. पुष्पा जागलान ने आशा वर्करों को विस्तार से जानकारी दी।
सिविल अस्पताल के ट्रेनिंग सेंटर में सोमवार को आशा वर्करों के लिए एनडीडी कार्यक्रम को लेकर ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया गया। इसमें डीएएचओ डाॅ. पुष्पा जागलान ने बताया कि 12 से 17 अक्टूबर तक जिले के 19 साल तक की उम्र के बच्चों को एनडीडी कार्यक्रम के तहत एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जानी हैं।
18 से 20 अक्टूबर तक माप-अप कार्यक्रम के तहत उन बच्चों को गोलियां खिलाई जाएंगी, जो किन्हीं कारणों से 12 से 17 अक्टूबर तक यह गोलियां खाने से छूट जाएंगे। डीएएचओ ने आशा वर्करों को बताया कि एल्बेंडाजोल की गोलियां बच्चों को खाली पेट नहीं खिलाई जाए। ट्रेनिंग कैंप में आशा को-ऑर्डिनेटर सुशीला ने भी आशा वर्करों को जरूरी जानकारी दी।
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