शहादत देने वाले जवानों के नाम पर होगा उनके गांव के स्कूल का नामकरण, 1999 से जून 2020 तक सोनीपत में सात जवानों ने दी शहादत - OTA BREAKING NEWS

Breaking

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Wednesday, 21 October 2020

शहादत देने वाले जवानों के नाम पर होगा उनके गांव के स्कूल का नामकरण, 1999 से जून 2020 तक सोनीपत में सात जवानों ने दी शहादत

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। वीर जवानों की शहादत को लेकर बुधवार काे पुलिस ने पुलिस लाइन में शहीदी दिवस मनाया। एसपी जश्नदीप रंधावा ने कहा कि अपने वीरों की याद में अब लगातार कार्यक्रम किए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इन वीरों से देश भक्ति की प्रेरणा लें। एसपी ने कहा कि शहादत देने वाले जवानों की याद में अब उनके गांव के स्कूल का नामकरण उनके नाम से किया जाएगा। इसके साथ गांव के प्रमुख मार्ग भी उनके नाम से होंगे।

सोनीपत में 1999 से जून 2020 तक 7 जवानों ने फर्ज के लिए अपनी शहादत दी। जबकि सितंबर 2019 से 31अगस्त 2020 तक देश की आन्तरिक सुरक्षा और आंतकवादी गतिविधियों से लड़ते हुए भारत के सभी राज्यों की पुलिस के 264 जवानों को अपने प्राणों की आहुति दी है। एसपी ने कहा कि इन जवानों की याद में पुलिस लाइन ही नहीं बल्कि उनके गांव में भी जाकर परिजनों का सम्मान किया जाएगा।

यह कार्यक्रम 31 अक्टूबर 2020 तक होंगे। उन्होंने जवानों को पुष्प अर्पित किए और सलामी दी गई। इसके साथ जवानों के नाम पौधा रोपण भी किया गया। कार्यक्रम में आए जवानों के परिजनों को सम्मानित किया। इस दौरान सभी डीएसपी व थाना प्रभारियों भी मौजूद रहे।

एसआई कर्म सिंह सहित 10 जवानों ने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की

21 अक्तूबर 1959 को एसआई कर्म सिंह के नेतृत्व मे सीआरपीएफ का 21 जवानों का एक दल जब हाट स्प्रिंग लद्दाख में गश्त रहा था तो चीन सेना ने उन पर अचानक हमला कर दिया था। 21 जवानों के दल ने 16 हजार फीट की ऊचाई, अत्यन्त ठंड की स्थिति व तमाम बाधाओ के बावजूद अपने प्राणों की परवाह न करते हुए चीनी सेना को रोके रखा। इस दौरान एसआई कर्म सिंह सहित 10 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की और वीरगति को प्राप्त हुए। हर वर्ष 21 अक्तूबर को स्मृति दिवस पूरे देश मे अर्ध सैनिक बल व पुलिस बलों द्वारा मनाया जाता है।

कच्चे क्वार्टर बाजार में आग लगने पर जनता को बचाते हुए गई थी सिपाही अशोक की जान

सिपाही अशोक का जन्म 25 दिसंबर 1966 को हुआ था। वह गांव रूपीनगर सुल्तानपुर यूपी के रहने वाले थे। तीन अगस्त 1985 को वह हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए। 6 नवंबर 1999 में कच्चे क्वार्टर बाजार में छोटी दीवाली पर आग लग गई। इस आग में 48 लोगों की जान गई थी। जान बचाते हुए खुद भी वीरगति को प्राप्त हुए।

कथूरा के पास गोली लगने से वीरगति को प्राप्त हुए थे जवान रणधीर

जवान रणधीर 7 जनवरी 1955 को जन्में वह पलड़ी पानीपत के थे। हरियाणा पुलिस में 19 जुलाई 1974 को भर्ती हुए थे। 20 अप्रैल 2005 को बदमाशों सेक मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए।

सिपाही रवींद्र को मुठभेड़ में 28 साल के वीरगति को प्राप्त हुए

सिपाही रवींद्र का जन्म 10 मार्च 1992 को हुआ था। वह गांव बुढ़ाखेड़ा जिला जींद के रहने वाले थे। वह हरियाणा पुलिस में 27 जून 2017 को भर्ती हुए थे। 30 जून 2020 को गोहाना हरियाली बाजार के पास गश्त के दौरान बदमाशों से इनकी मुठभेड़ हुई थी। इस दौराव वे शहीद हुए।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Seven soldiers martyred in Sonepat from 1999 to June 2020, after the martyrs will be named after their village school


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/35kOsPE

ADD











Pages