
कैथल जिले में 40 अस्पताल व लैब इस्तेमाल करने के बाद मेडिकल वेस्ट को खुले में डाल रहे हैं। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब इन अस्पताल व लैब संचालकों को 10 दिन पहले नोटिस थमाए हैं और साथ ही 15 दिन के अंदर मान्यता लेते हुए वेस्ट मैनेजमेंट एजेंसी के साथ करार करने के आदेश दिए हैं। अगर 15 दिन के अंदर संबंधित अस्पताल या लैब एजेंसी से करार कर बोर्ड को सूचना नहीं देते हैं तो विभाग इनको बंद करने की कार्रवाई कर सकता है।
हालांकि कार्रवाई के डर से नोटिस मिलने के बाद दो लैब संचालकों ने मान्यता के लिए आवेदन भी कर दिया है। बता दें कि खुले में डाला जाने वाला मेडिकल वेस्ट पर्यावरण के साथ-साथ मानव जीवन के लिए भी खतरा है। घरों से निकलने वाले कचरे में मिक्स हो जाने के कारण यह कचरा बीनने वालों और पशुओं के लिए भी नुकसानदायक है। कई बार इंफेक्टेड वेस्ट के संपर्क में आकर किसी की जान भी जा सकती है।
ये अस्पताल व लैब खुले में डालते हैं मेडिकल कचरा
- डाॅ. मोहन लाल देवव्रत क्लीनिक, रेलवे गेट
- आर्य मल्टीस्पेशलियटी अस्पताल, नजदीक जिला सचिवालय कैथल।
- डाॅ. दिनेश गुप्ता क्लीनिक, प्रोफेसर कॉलोनी
- बत्रा क्लीनिक, महादेव कॉलोनी, कैथल।
- मित्तल क्लीनिक, रेलवे गेट, कैथल।
- डाॅ. पोपली अस्पताल, छोटू राम चौक, कैथल।
- अपोलो लैब, खुराना रोड, कैथल
- लक्ष्मी लैब, नजदीक हनुमान वाटिका, कैथल।
- हेल्थ चेकअप लैब, चंदाना गेट, कैथल।
- जनता लैब, सिरटा रोड, कैथल
- डाॅ. जीएल चावला क्लीनिक, पुराना बस स्टैंड
- खरबंदा क्लीनिक, रेलवे रोड, कैथल।
- कालरा क्लीनिक, हिंद सिनेमा, कैथल।
- मित्तल अस्पताल, कैथल।
- उधम सिंह अस्पताल, मेन रोड, कांगथली
- यादव अस्पताल, कलायत
- शर्मा डेंटल हॉस्पीटल, कलायत
- जीवन ज्योति हॉस्टपीटल, कलायत
- बंसल हॉस्पीटल, कलायत
- कमल लैब, कलायत
- अग्रवाल अल्ट्रासाउंड एंड हॉस्पीटल, कलायत
- वर्मा हॉस्पीटल, कलायत
- हरियाणा लैब, चीका
- बंसल अस्पताल, चीका
- सिटी लैब, चीका
- कमल आई क्लीनिक, चीका
- चंडीगढ़ लैब, फतेहपुर, पूंडरी
- हरियाणा लैब, पूंडरी
- हरे कृष्णा लेबोरेट्री, पूंडरी
- श्री सरोज जन सेवा लेबोरेट्री, पूंडरी।
- रोहिला क्लीनिक, पूंडरी
- राधा नर्सिंग होम, पूंडरी
- डाॅ. मंगला क्लीनिक, पूंडरी
- आरके लैबोरेट्री, सीवन
- पटियाला लैब, सीवन
- मल्होत्रा क्लीनिक, सीवन
- मनीष हॉस्पीटल, राजौंद
- अंकित नर्सिंग होम, राजौंद
- चंडीगढ़ लैब, राजौंद
- नैन हॉस्पीटल, ढांड
सूर्य वेस्ट मैनेजमेंट उठाती है मेडिकल कचरा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ करार के बाद पूरे प्रदेश में 13 एजेंसी मेडिकल वेस्ट उठान का कार्य करती हैं। कैथल जिले में सूर्य वेस्ट मैनेजमेंट एजेंसी मेडिकल वेस्ट का उठान करती है। वर्तमान में एजेंसी 156 अस्पताल, 52 क्लीनिक व 43 लैब से मेडिकल वेस्ट उठा रही है। एजेंसी के मार्केटिंग मैनेजर योगेश शर्मा ने बताया कि छोटे क्लीनिक या पांच बेड तक वाले क्लीनिक से 1000, लैब से 1250, 10 या 12 बेड के अस्पताल से 1850 और 100 बेड के अस्पताल से 24 हजार रुपए प्रति महीना लिया जाता है। इनके लिए भी सरकार द्वारा पैमाना तय किया गया है। अगर वेस्ट उससे ज्यादा होता है तो प्रति किलो 30 रुपए के हिसाब से अतिरिक्त लिए जाते हैं।
जिले में कितनी लैब व अस्पतालों खुले में मेडिकल वेस्ट डाल रहे हैं इसकी जानकारी समय समय पर जुटाई जाती है। उसके बाद उन्हें नोटिस दिया जाता है। अगर उसके बाद भी बोर्ड से मान्यता लेकर मेडिकल वेस्ट के लिए संबंधित लैब या अस्पताल एजेंसी के साथ करार नहीं करते हैं तो उनको बंद करने की कार्रवाई की जाएगी। कैथल में क्षेत्रीय कार्यालय खुल जाने से अब निगरानी करना आसान हो गया है।
राजेंद्र शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
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