शहर में सीवर लाइनों के मैनहोल पर रखे जाने वाले ढक्कनों को जलापूर्ति विभाग अपने स्तर पर ही तैयार करेगा। निजी एजेंसी द्वारा रखे जा रहे ढक्कन बार-बार टूटने पर अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है। एक्सईएन ने मैनहोल के ढक्कन तैयार करवाने के लिए जेई को निर्देश दिए हैं। शहर में पानी निकासी के लिए विभाग ने सीवर लाइन दबाई हुई है।
अधिकारियों के अनुसार शहर में सीवर लाइन के करीब चार हजार मैनहोल बने हुए हैं। विभाग की सभी मुख्य लाइनें सड़कों के बीचों-बीच से होकर एसटीपी तक पहुंचती हैं। शहर की सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही होती रहती है। भारी वाहनों की आवाजाही से सीवर के मेनहोल पर रखे ढक्कन बार-बार टूट जाते हैं। इससे रोड पर हादसा होने की आशंका बनी रहती है। मैनहोल पर रखा ढक्कन क्षतिग्रस्त होने पर एक निजी एजेंसी द्वारा नया ढक्कन रखवाया जाता है।
शहर में सीवर लाइनों के मेनहोल पर रखे ढक्कन बार-बार टूट रहे हैं। शहरवासियों की शिकायत रहती है कि खुले मेनहोल पर समय पर नया ढक्कन नहीं रखवाया जाता है। सड़कों पर खुले मेनहोल बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। इसे देखते हुए अधिकारियों ने अपने स्तर पर ही ढक्कनों का निर्माण करवाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का कहना है कि मेनहोल के ढक्कन जेई की निगरानी में तैयार करवाए जाएंगे, जिससे उनकी गुणवत्ता अच्छी होगी। ढक्कनों की गुणवत्ता अच्छी होने से बार-बार टूटने की समस्या नहीं रहेगी।
ढक्कन तैयार करवाने के लिए दिए हैं निर्देश
सीवर के मैनहोल पर रखे जाने वाले ढक्कन तैयार करवाने के लिए जेई को निर्देश दिए हैं। स्टोर में ढक्कन होने से खुले मैनहोल पर तुरंत ही नया ढक्कन लगवाने में अधिक समय नहीं लगेगा। प्रयास है कि शहरवासियों को खुले मैनहोल संबंधी समस्या का सामना न करना पड़े। -विक्रम मोर, एक्सईएन, जलापूर्ति विभाग, गोहाना।
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