
गांव पन्नीवाला रुलदू के मेन रोड बस स्टैंड पर महर्षि वाल्मीकि मंदिर में तीन दिवसीय मेला लगता है। इसमें कालावाली से वृद्ध साधु खान अपने भतीजे के साथ खिलौने बेचने आए थे, ताकि वे अपने क्रिटिकल रोग ग्रस्त बेटे के इलाज का खर्च और पोती के पालन पोषण सहित परिवार का गुजारा कर सकें, लेकिन पुलिस की तेज रफ्तार गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। जिससे दुकान पर बैठे ही रह गए और उनके पैर सिर और शरीर के कई जगहों पर फैक्चर होने से उठकर चलना भी मुश्किल बना हुआ है। वहीं सेवा सुरक्षा और सहयोग करने वाली पुलिस से ये उम्मीद न थी, मदद ताे दूर भागने का प्रयास किया।
वहीं मृतक बेटी 7वीं में पढ़ रही थी और मजदूर माता-पिता को एक दिन कामयाब होकर अपने छोटी बहनों को पढ़ाने व ऊंचाई तक पहुंचाने का वादा करती थी। हादसे के बाद दोनों परिवारों के सपने टूट गए हैं वहीं इलाज व गुजारा करना मुश्किल हो गया है। हादसे की प्रत्यक्षदर्शी और पुलिस की गाड़ी से बाल-बाल बचे सौदागर खान निवासी कंडा फैक्ट्री के पास कालावाली ने बताया कि सड़क से मैंने खुद व चाचा साधु खान को दुकान लगवाई थी। अचानक पुलिस की गाड़ी 100 से भी ज्यादा स्पीड में आई मेरे को छूकर निकल गई और चाचा व दुकान के ऊपर से आगे जूस पी रही मां के साथ आई बेटी को टक्कर मारते हुए दूसरी कार में जा लगी।
गाड़ी इतनी तेज थी कि ब्रैक लगाए खड़ी दूसरी कार भी आगे लोहे के स्वागत गेट से टकराकर गेट और गाड़ी दोनों चकनाचूर हो गए फिर पुलिस की गाड़ी बंद हुई और चालक पुलिसकर्मी उतरकर भागने लगा। जिससे बच्ची गाड़ियों के बीच फंसी रही और उसकी मौत हो गई। पुलिस कर्मियों ने कोई मदद नहीं की और मैंने लोगों की मदद से शराब ठेकेदार की पिकअप में दोनों को लादकर कालावाली अस्पताल में उस गाड़ी चालक की मदद से पहुंचाया। भगवान भला करे उस गाड़ी चलाने वाले का जो चाचा की जान तो बचने की उम्मीद है तथा साधु खान के एक ही बेटा है और वह भी क्रिटिकल रोग पीड़ित है जबकि उनकी एक मात्र 14 वर्ष की पोती का पालन पोषण वह बेटे का इलाज खर्च और किराए के घर सहित गुजारा बाबा मेरी दुकान पर खिलौने बेचकर ही जुटाते हैं। अब हमें उनका इलाज कराना भी मुश्किल हो गया है सरकारी अस्पताल में प्राइवेट टेस्ट कराने का खर्चा भी मुश्किल से जुटाया है।
कालावाली पुलिस की थी बोलेरो
उल्लेखनीय है कि कालांवाली पुलिस की बोलेरो एच 24 वाई 0900 को एएसआई राजकुमार उर्फ राजू चला कर ला रहे थे जिसमें 3 पुलिसकर्मी और महिला सहित तीन अपराधी बैठे थे। पन्नीवाला रुल्दू बस स्टैंड पर मंदिर के सामने तेज रफ्तार गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे दुकान लगाए बैठे 55 वर्षीय साधु खान उत्तर कर्म दिन खान व जूस पी रही बच्ची 13 वर्षीय राजवीर कौर पुत्री अजैब सिंह को कुचल दिया। जिससे बच्ची राजवीर कौर की मौके पर ही मौत हो गई और वृद्ध साधु खान गंभीर तौर पर घायल हो गए एक अन्य व्यक्ति व चालक एएसआई राजकुमार को भी चोटें आई हैं। कोई मौके पर खड़ी दुकानदार सौदागर खान की गाड़ी व पंचायत का स्वागत गीत क्षतिग्रस्त हो गए। कालांवाली के प्रभारी राजेंद्र सिंह मोर ने बताया कि पुलिस कर्मी एनडीपीएस की आरोपी महिला फूलो, विक्की व रोहताश को डबवाली की अदालत में पेश करने ला रहे थे।
सवालों का जवाब तक नहीं दे पाए पुलिस वाले
पुलिस की तेज रफ्तार गाड़ी से हुए हादसे के बाद पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है और लोगों को समझाने पहुंचे पुलिस अधिकारी भी जनता के सवालों का जवाब देने में असमर्थ नजर आए। लोगों ने कहा कि आमजन को तेज रफ्तार और नशे में या बिना मास्क वाहन चलाने पर पुलिस चालान काटती है लेकिन खुद ने तेज रफ्तार बल्कि बिना अधिकृत ड्राइवर और बिना मास्क नशे में पुलिस कर्मी वाहन चलाते हैं। तेज रफ्तार के बावजूद उसमें सवार अन्य पुलिसकर्मियों ने अपने कर्मचारी को भी नहीं समझाया बल्कि हादसे के बाद भी घायलों की मदद करने और जिम्मेवारी निभाने की बजाय भागने की कोशिश की वही मौके पर एंबुलेंस व अन्य सुविधा भी नहीं मिली और इलाज के लिए भी पुलिस व प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं किया गया।
बच्ची का शव लाए घर
सरपंच प्रतिनिधि मनजीत सिंह ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि मंदिर में तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत पर मेला था और पुलिस की गाड़ी से हादसा हो गया। शाम को पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में ग्रामीणों को समझाकर रोड खुलवाया है। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के बाद घर ले आए हैं और आरोपी पुलिसकर्मी पर बाई नेम पर्चा दर्ज किया है।
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