जिले में फसल अवशेष जलने पर कृषि विभाग और हरसेक के अलग-अलग मत - OTA BREAKING NEWS

Breaking

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Saturday, 31 October 2020

जिले में फसल अवशेष जलने पर कृषि विभाग और हरसेक के अलग-अलग मत

जिले के किसान आए दिन धान की फसल के अवशेषों में आग लगा रहे हैं। आग लगाने की घटनाओं को पकड़ने के लिए तथा किसानों पर कार्रवाई करने के लिए कृषि विभाग व हरसेक काम कर रहे हैं। हरसेक रोजाना जिला प्रशासन के पास जिले में जलाए गए फसल अवशेषों के स्थानों की लोकेशन भेजता है। जिसके आधार पर कृषि विभाग की विलेज लेवल कमेटी मौके पर जाकर वेरिफिकेशन कर संबंधित खेत मालिक पर केस दर्ज करवाती हैै। लेकिन अब तक हरसेक द्वारा भेजी गई 557 लोकेशन में से कृषि विभाग ने 266 लोकेशन को फेक बताया है।

इस संबंध में जब हरसेक के डायरेक्टर अजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने सीधे तौर पर सर्च करने वाले कर्मचारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सेटेलाइट की रिपोर्ट बिल्कुल सही है। लोकेशन को झूठी बताने वाले कर्मचारियों को या तो लोकेशन सर्च करनी ही नहीं आती या फिर वे गाड़ी से नहीं उतरते और लोकेशन को फेक बता देते हैं।

हरसेक के डायरेक्टर ने बताए तकनीकी कारण

हरसेक के डायरेक्टर ने कहा कि हरसेक जब भी फसल अवशेषों के जलने की लोकेशन लेता है तो उसका रेज्युलेशन 375 वाया 375 मीटर का होता है। सर्च करने वाले कर्मचारी उक्त रेज्युलेशन में सर्च करने की बजाय सड़क किनारे खड़े होकर ही लोकेशन को फेक बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकेशन को ढूंढने के लिए भेजी गई लोकेशन के 375 वाया 375 मीटर एरिया में यदि सर्च किया जाए तो लोकेशन 100 फीसदी सही मिलेगी।

13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा ने दिलाई धुएं से राहत

शुक्रवार की रात को जिले में फसल अवशेष जलने से अलसुबह एक्यूआई 549 दर्ज किया गया। इसके बाद दिन में 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने से धुआं छंट गया दोपहर बाद मौसम साफ रहा। दोपहर साढ़े 3 बजे एक्यूआई 180 दर्ज किया गया।

50 स्थानों पर जले फसल अवशेष,9 एफआईआर दर्ज

शुक्रवार को जिले में 50 स्थानों पर किसानों ने फसल अवशेषों को आग लगाई। वहीं कृषि विभाग ने 9 और किसानों पर केस दर्ज करवाए है। अब जिले में फसल अवशेषों को जलाने के कुल मामले 557 हो गए।

कृषि विभाग ने फेक लोकेशन को लेकर नहीं ली जानकारी

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरसेक से आ रही लोकेशन को लगातार फेक दिखा रहा है। लेकिन फेक लोकेशन को लेकर अब तक हरसेक को अवगत तक नहीं करवाया गया। इतना ही नहीं सही लोकेशन कैसे सर्च की जाए इसके बारे में भी जिले के अधिकारियों ने अब तक हरसेक से कोई संवाद नहीं किया है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के अधिकारी फसल अवशेषों में लग रही आग को लेकर कितने गंभीर हैं।

अगले 10 दिन में होनी है 40 फीसदी कटाई

यहां बता दें कि जिले में अब तक 42 फीसदी धान की कटाई हो चुकी है। विभाग के अनुसार अगले 10 दिनों में 40 फीसदी से अधिक फसल कटेगी तथा जिले में 80 फीसदी कटाई हो जाएगी। ऐसे में प्रशासन को सख्ती दिखाते हुए आगजनी की घटनाओं को रोकना होगा नहीं तो जिले में प्रदूषण और अधिक बढ़ेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
शनिवार सुबह के समय पराली जलाने से खेतों में छाया जहरीला धुआं।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2TGIy5Z

ADD











Pages