
काहनौर के परचून व्यापारी शंकर लाल चचड़ा के 4 साल के बेटे दिव्यांश को अगवा करने के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। सभी आरोपी काहनौर के ही रहने वाले है। सभी उम्र 20 से 25 साल के बीच है। पुलिस रविवार को आरोपियों की शिनाख्त परेड कराएगी। इसके बाद ही इनकी पहचान के बारे में खुलासा किया जाएगा।
अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी दो महीने से दिव्यांश को अगवा करने की फिराक में थे। मगर कोरोना महामारी को लेकर परिजन दिव्यांश को घर से बाहर नहीं निकलने देते थे। दिन भर दिव्यांश की दादी उसे आंगन में खेलाती रहती थी। ऐसे में आरोपियों की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। इसके बाद इन्होंने रात को दिव्यांश के अपहरण का प्लान बनाया। दो आरोपियों ने घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को शनिवार को अदालत में पेश किया।
जहां अदालत ने तीन आरोपियों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। दो आरोपियों की शिनाख्त परेड की जानी है इसके लिए आरोपियों को शिनाख्त परेड होने तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। सीआईए वन में पत्रकार वार्ता के दौरान सांपला डीएसपी नरेंद्र कादयान ने बताया कि 29 अक्टूबर अल सुबह आरोपी छत के रास्ते शंकरलाल के मकान में दाखिल हुए थे। कमरे में अपने माता-पिता के साथ सो रहे दिव्यांश को चुपके से उठाकर बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।
एसपी ने दो डीएसपी के नेतृत्व में की थी टीम गठित
एसपी राहुल शर्मा ने मामले में संज्ञान लेते हुए डीएसपी नरेन्द्र कादयान, डीएसपी विनोद कुमार के नेतृत्व में प्रभारी थाना कलानौर,सीआईए-1, साइबर सैल की संयुक्त टीम का गठन किया। पुलिस की अलग-2 टीमों ने काहनौर व आस-पास के एरिया में नाकाबंदी की गई। इसके बाद 5 करोड़ की फिरौती मांग चुके आरोपी पुलिस घेराबंदी के चलते दिव्यांश को सकुशल छोड़कर फरार हुए थे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/35SKca9