
शहर के बीच ड्रेन नंबर छह को पक्का और कवर करने की योजना में अब आसपास बसे लोगों के घरों के पेयजल कनेक्शन रोड़ा बने हैं। 54 से अधिक घरों में ड्रेन को क्रॉस करते हुए दूसरी तरफ से पेयजल कनेक्शन किए हैं। इन्हें उखाड़ने की नौबत आई तो लोगों ने विरोध कर वैकल्पिक समाधान मांगा है।
वहीं निगम ने सर्वे करवाया तो कुल 54 कनेक्शन मिले हैं। इनमें 40 कनेक्शन अवैध मिले हैं। निगम कमिश्नर को इसकी रिपोर्ट भेजी गई है। पेयजल लोगों की जरूरत है। ऐसे में निर्माण के दौरान टैंकर से सप्लाई या घरों के साइड वाली लाइन से कनेक्शन देने का वैकल्पिक समाधान तलाशा जा रहा है।
शहर में देवड़ू रोड से शुरू होकर मुरथल रोड क्रॉस करते हुए कबीरपुर से बहालगढ़ रोड क्रॉस कर शादीपुर तक ड्रेन पक्की होगी। शहर में आदर्श नगर, बाबा कॉलोनी के आसपास क्षेत्र में 500 के करीब परिवार ड्रेन किनारे रह रहे हैं। इनमें बहुत से अस्थाई मकानों वाले भी हैं। लंबे समय से अधर में लटके इस प्रोजेक्ट को अब सिरे चढ़ाने की कवायद में रूकावट इसलिए आई है।
ड्रेन के ऊपर से होकर दूसरी साइड से घरों में पेयजल कनेक्शन हैं, जिन्हें हटाए बिना ड्रेन का निर्माण कार्य संभव नहीं है। इसी आधार पर नगर निगम ने स्थानीय निवासियों को कनेक्शन हटाने के लिए बोल दिया है। बिना स्थाई निवास लंबे समय से यहां रह रहे लोगों की चिंता बढ़ गई है।
पुनर्वास की योजना फाइलों में दफन होकर रह गई
नगर निगम प्रशासन ने ड्रेन-6 किनारे रह रहे लोगों के पुनर्वास की योजना भी बनाई थी। जिसमें विचार था कि देवडू में हर निवासी को मकान बनाकर दिए जाएंगे। इस बाबत निदेशालय में एक प्रस्ताव बनाकर भेजा था, लेकिन उसके बाद योजना कभी फाइलों से निकल ही नहीं सकी और मजबूरी में सैकड़ों लोग आज भी अवैध का तमगा लेकर रह रहे हैं। सालों से ये लोग यहां आबाद हैं और पेयजल व बिजली कनेक्शन तक हैं। यहां के वासी सुरेश, रविंद्र, अशोक ने कहा कि उनके पेयजल का समाधान प्रशासन करे।
पेयजल को लेकर समस्या : ड्रेन-6 के किनारे करीब 500 से अधिक परिवार रह रहे हैं, जिसमें अधिकांश पेयजल को लेकर समस्या है। लोगों ने कनेक्शन काटने की आयुक्त को शिकायत कर प्रदर्शन किया। इस मौके पर आशियाना बचाओं संघर्ष समिति के प्रधान राज सिंह दलाल और समाजसेवी अरुण कौशिक ने कहा कि अमृत योजना के तहत जरूरतमंद को नि:शुल्क कनेक्शन देने की योजना है, ऐसे में निगम को चाहिए कि वह कनेक्शन काटे जाने के बजाए उन्हें स्थाई कनेक्शन मुहैया करवाए। बिना वैकल्पिक इंतजाम के यदि कनेक्शन काटे तो आंदोलन किया जाएगा।
नगर निगम की ओर से लोगों की पेयजल सप्लाई को निरंतर बनाए रखने की व्यवस्था की है। इसके लिए दो पानी के टैंकर से लेकर गली की दूसरी लाइन से अस्थाई कनेक्शन देने को लेकर विचार किया जा रहा है। जिस पर बैठकर कर आयुक्त फैसला लेंगे।
-जसवंत सिंह, एक्सईएन, नगर निगम, सोनीपत
अब तक कुछ ऐसी रही है प्रोजेक्ट को लेकर स्थिति
- अमृत योजना के तहत 2016 में ड्रेन को करनाल मुगल कैनाल की तर्ज पर विकसित करने की याेजना बनी।
- 6 माह लंबी प्रक्रिया के बाद निगम ने एम/एस गर्ग एजैंसी को 88 करोड़ की लागत से 27 सितंबर 2017 को कार्य अलॉट किया।
- एजेंसी को कार्य 2018 में पूरा करना था, लेकिन 30 प्रतिशत कार्य भी नहीं हो सका।
- निगम ने 8 करोड़ का जुर्माना लगाया और काम वापस लिया।
- एजेंसी इस मामले में कोर्ट में चली गई, जिस पर गत दिवस फैसला आया।
- 92 करोड़ रुपए की लागत से दोबारा से यहां निर्माण कार्य फिर से शुरू भी हो गया है
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