
बकायादारों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने को लेकर शहर की भिन्न-भिन्न लोकेशन पर लगाए गए 5 दिवसीय शिविरों में टैक्स कलेक्शन ने रिकॉर्ड कायम कर लिया। इस अवधि में ब्याज की छूट का लाभ उठाकर बकायादारों की ओर से करीब 8 करोड़ 5 लाख रुपए का टैक्स निगम के खजाने में आया। इसे लेकर अब कुल 11 करोड़ 30 लाख रुपए की राशि प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में जमा हो गई है।
उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर तक नगर निगम का 10 करोड़ रुपए टैक्स एकत्र करने का लक्ष्य था, जिसे पार कर लिया गया है। आयुक्त ने बताया कि 20 अक्टूबर के बाद 8 करोड़ 5 लाख रुपए की राशि निगम के खजाने में जमा हुई है और 31 अक्टूबर तक कुल 11 करोड़ 30 लाख रुपए एकत्र हुए हैं। उपरोक्त शिविरों के आयोजन से पूर्व बकायादारों को जो नोटिस वितरित किए गए थे, उनकी चेकिंग कर पता लगाया जा रहा है कि इनमें से कितने लोगों ने टैक्स चुकाया, जिन्होंने टैक्स भरने में कोई रूचि नहीं ली, उनके खिलाफ नगर निगम अगले कुछ दिनों में प्रॉपर्टी सील करने जैसी कार्रवाई करेगा। आयुक्त ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की डिमांड 23 करोड़ रुपए की है और 5 महीने की अवधि शेष है। इस दौरान प्रयास रहेंगे कि अधिक से अधिक टैक्स की कलेक्शन हो, ताकि निगम के खर्चों को चलाया जा सके। सरकार की ओर से एकमुश्त प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने पर समस्त ब्याज की छूट खत्म हुई, भविष्य में सरकार दोबारा ब्याज माफी का एेलान करे, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। दूसरी ओर निगम बकायादारों से टैक्स राशि वसूलने के लिए कटिबद्ध है। प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर निगम आयुक्त विक्रम ने फिर बकायादारों से अपील की है कि वे प्रॉपर्टी टैक्स को ईमानदारी से जमा करवाएं, ऐसा करना उनका कर्तव्य है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3l4lk5C