बिजली उपभोक्ताओं को केवाईसी कराना जरूरी हो गया है। जिले की बात करें तो फिलहाल एक लाख से अधिक उपभोक्ताओं के बिजली अकाउंट नंबर बगैर आधार और मोबाइल नंबर से जुड़े हैं। जो लोग अपने बिजली अकांउट से आधार नंबर और माेबाइल नंबर अपडेट नहीं करेंगे और जो उपभोक्ता बिल डिफाॅल्टर होंगे, उनको सरकार की ओर से सब्सिडी नहीं मिलेगी। बिजली निगम ने फरवरी तक 100 प्रतिशत केवाईसी कराने का टारगेट रखा है।
जिले में 467372 उपभोक्ता हैं। इन उपभोक्ताओं में से अभी तक 75 प्रतिशत उपभोक्ताओं के बिजली अकाउंट नंबर से केवाईसी हो चुके हैं। केवाईसी के तहत उपभोक्ताओं को फिलहाल सिर्फ अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर अपडेट करना होगा। भविष्य में बिना केवाईसी के सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी नहीं मिल पाएगी। इसी के तहत बिजली निगम ने उपभोक्ताओं की केवाईसी कराने पर स्पेशल जोर दिया है।
बिजली निगम ने चलाया जागरुकता अभियान
बिजली निगम की ओर से केवाईसी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया है। निगम की ओर से उन लोगों के फोन पर मैसेज डाला जा रहा है, जिनके फोन नंबर पहले से बिजली निगम के मीटर अकाउंट से जुड़े हुए हैं। ऐसे लोगों को आधार मैसेज से लिंक भी भेजा जा रहा है, जिसके जरिए उपभोक्ता खुद भी अपनी केवाईसी कर सकते हैं। उपभोक्ता बिजली निगम की वेबसाइट https://ift.tt/3qz8n78 पर अपडेट कर सकते हैं। अपने आधार कार्ड की कॉपी अपने संबंधित सब डिवीजन कार्यालय में जमा करवा सकते हैं। इसके अलावा बिजली कर्मचारी उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर भी मोबाइल व आधार नंबर मांग रहे हैं।
नॉमिनी का भी करा सकते हैं आधार नंबर लिंक
बिजली निगम के एक्सईएन कशिक मान के अनुसार बिजली निगम की ओर से दी जाने सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए मोबाइल के साथ आधार लिंक करना जरूरी हो गया है। विशेष बात है कि किसी भी मीटर के उपभोक्ता के नामिनी का आधार भी लिंक कराया जा सकता है। इसलिए उपभोक्ताओं को समय रहते आधार लिंक करा लेना चाहिए।
आधार व मोबाइल से लिंक कराएं : तिवारी
बिजली बिल में सब्सिडी का लाभ लेने के लिए प्रत्येक उपभोक्ता के लिए केवाईसी कराना जरूरी है। उपभोक्ताओं को अपने बिजली अकाउंट नंबर से आधार नंबर व मोबाइल नंबर लिंक करा लेना चाहिए। फिलहाल फरवरी तक 100 प्रतिशत केवाईसी करने का लक्ष्य रखा गया है। सुधाकर तिवारी, एसई, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम, करनाल।
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