
पटेल नगर में रहने वाले प्रदीप कुमार की पत्नी रोजाना डायोट और बेटी सिमरन फिलिपिंस में फंस गई हैं। दोनों ही भारत लौटना चाहती हैं मगर कहीं एयरलाइन्स टिकट बुक करके कैंसिल कर देती है तो कहीं एंबेसी हाथ खड़े कर देती है।
आरोप है कि उक्त समस्या के चलते करीब 7 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। एयरलाइन ने टिकट रद्द करने के बाद एक रुपया तक रिफंड नहीं किया। इतना ही नहीं प्रदीप कुमार ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई थी, जिसकी फिलहाल सुनवाई नहीं हुई है। इस मामले में डीसी डॉ. प्रियंका सोनी का कहना है कि टेक्निकल अड़चन के कारण फिलिपिंस से मां-बेटी भारत नहीं आ सकी हैं।
वंदे भारत मिशन के तहत उन्हें आने की अनुमति है जिनके पास भारत की नागरिकता है। रोजाना की नागरिकता फिलिपिंस की होने के कारण उसे रोका है, जबकि बेटी सिमरन की भारत की नागरिकता है। इसे आने की अनुमति है लेकिन बेटी को अकेले नहीं भेज सकते। यह मामला संज्ञान में आ चुका है। दोनों को देश वापसी के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
प्रदीप ने कहा: पत्नी का नवंबर तक वीजा वैध है अनुमति नहीं मिली तो बढ़ जाएगी मुश्किल
प्रदीप कुमार ने बताया कि लुवास में डेयरी सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हूं। फरवरी 2018 में फिलिपिंस की रहने वाली रोजाना डायोट से शादी हुई थी। मेरी डेढ़ साल की बेटी सिमरन है। जनवरी 2020 को पत्नी अपने परिवार से मिलने के लिए फिलिपिंस गई थी। पत्नी का वीजा नवंबर तक वैध है। इसके बावजूद उसके भारत आने पर रोक गलत है। प्रदीप ने बताया कि पत्नी व बेटी के फिलिपिंस जाने पर करीब 60 हजार रुपये एयर टिकट के वहन किए थे।
18 मार्च को वापस लाैटने की फ्लाइट बुक थी। पर, इससे तीन दिन पूर्व ही फिलिपिंस सरकार ने लॉक डाउन घोषित कर दिया। दोनों वहीं पर फंस गए थे। इसके बाद अप्रैल माह में मनीला से कुल्ला लामपुर और वहां से नई दिल्ली तक की एयर एशिया एयरलाइन पर टिकट बुक करवा दी थी। इसका 16 हजार 855 रुपये वहन किया था। एयरलाइन ने टिकट बुक कर ली मगर फ्लाइट की अनुमति नहीं थी। यह पता होते भी एयरलाइन ने हमें गुमराह किया। इन्होंने टिकट के रुपये वापस नहीं किए।
19 को वंदे भारत मिशन से टिकट बुकिंग की मिली थी सूचना, सारे प्रयास विफल, प्रशासन करे मदद
प्रदीप कुमार का कहना है कि 19 जून को ई-मेल पर सूचना मिली थी कि आपकी भारत वापसी की टिकट वंदे भारत मिशन के तहत कंफर्म हुई है। एयर इंडिया फ्लाइट से मनीला से नई दिल्ली के लिए। उसमें साफ लिखा हुआ था कि अपनी टिकट बुक करवाओ और भारत आ जाओ। ऐसे में दोनों की फिर से टिकट बुक कर दी। इसकी एवज में 37 हजार 700 रुपयों का भुगतान किया था। फिलिपिंस की डुमाग्युट सिटी से मनीला के लिए गो आइबीबो से ऑनलाइन 9487 रुपये की टिकट की बुक कर दी थी।
दोनों ही फ्लाइट से मनीला पहुंच गए थे। यहां एंबेसी ऑफ इंडिया ने रोक लिया था। बताया कि आप आगे यात्रा नहीं कर सकते हैं। ऐसे में पत्नी ने होटल में रूम बुक करके वहां रहना शुरू कर दिया। आरोप है कि इसके बाद हिसार जिला प्रशासन और इंडियन एंबेसी से गुहार लगाई कि पत्नी व बेटी को भारत लाया जाए मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। एयर इंडिया, मनीला स्थित भारतीय एंबेसी की वजह से हमारा करीब 7 लाख रुपये आर्थिक नुकसान पहुंचा।
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