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Monday 17 August 2020

खंगाल दी पूरी लाइन, नहीं लगा सुराग, केरल से मंगवाई रोबोटिक मशीन ही आखिरी ऑप्शन

जिला के गांव नटार के पास सिंचाई के लिए सीवरेज में उतरे लापता किसान को ढूंढने के लिए पूरी लाइन को 5 दिन के दौरान पूरी तरह खंगाला जा चुका है, लेकिन सफलता से अभी दूर है। जनस्वास्थ्य विभाग और एनडीआरएफ की टीमों ने पूरी लाइन को एक बार क्लीन कर दिया है, लेकिन लापता किसान को नहीं ढूंढा जा सका है। अब जनस्वास्थ्य विभाग ने केरल से नई रोबोटिक मशीन मंगवाई है। ऑटोमेटिक मशीन के कैमरों को रस्सी के सहारे सीवरेज में भेजकर अब लापता किसान को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा।

सोमवार को गांव के युवा वॉलंटियर्स भी प्रशासन की मदद के लिए आगे आए हैं। गांव नटार के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की ओर जाने वाली पाइप लाइन में सिंचाई के लिए पानी लेने के प्रयास में दो किसान बुधवार शाम को गिर गए थे। हालांकि एक किसान पूर्णचंद को ग्रामीणों ने ही तुरंत बेहोशी की हालत में निकाल लिया था, लेकिन दूसरा किसान काली अभी तक भी लापता है।

मशीन में 5 ऑटोमेटिक डिजिटल कैमरे
जनस्वास्थ्य विभाग के 150 से ज्यादा कर्मचारियों और एनडीआरएफ की टीम ने संयुक्त सर्च आप्रेशन चलाकर एक बारगी पूरी पाइप लाइन को खंगाल दिया है। न केवल मलबा बाहर निकलवा दिया गया है, बल्कि मेनहोल तोड़कर उनमें भी तलाश की गई है। लेकिन अभी तक किसान का कुछ पता नहीं चल पाया है। इसलिए जिला प्रशासन ने एक बार फिर पहले प्वाइंट जहां से किसान गिरा था, वहीं से दोबारा गहन सर्च आप्रेशन सोमवार शुरू किया।

सोमवार दोपहर तक पहले तीन मेनहोल में कर्मचारियों ने उतरकर तलाश की। अब जनस्वास्थ्य विभाग ने केरल से सीवरेज क्लीनिंग की 45 लाख की ऑटोमेटिक मशीन रोबोटिक मंगवाई है। ताकि इस सर्च आप्रेशन में काम लिया जा सके। मशीन में 5 ऑटोमेटिक डिजिटल कैमरे हैं। जिन्हें अब रस्सी के सहारे सीवरेज में उतारकर लापता किसान को ढूंढने का प्रयास किया जाएगा।

20 युवा वॉलंटियर ने शुरू की सहायता
सोमवार को ग्रामीणों ने विशेष ग्रामीण 20 युवाओं की एक टीम को खड़ा किया है। इन वॉलंटियर को प्रशासनिक टीमों के साथ काम पर लगाया गया है। यह वही टीम है जिन्होंने घटना के तुरंत बाद एक किसान को निकाल लिया था। अब ये वॉलंटियर जनस्वास्थ्य विभाग और एनडीआरएफ की टीम की सहायता में जुट गए हैं।

लापता किसान काली के चचेरे भाई विनोद कुमार और रणजीत सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द उसे ढूंढने का प्रयास किया जाए, क्योंकि अब परिजनों का हौंसला टूटने लगा है। उन्होंने बताया कि लापता किसान काली की मां गुजर चुकी है और घर में पिता, दो बड़े भाई और उनके परिवार हैं। काली की पत्नी गर्भवती है जो इस घटना से सदमे में है। इसलिए काली का पता लगाना बहुत जरूरी है।

जुगाड़ बना ढूंढने का प्रयास कर रहे ग्रामीण
सीवरेज में गिरे लापता किसान को ढूृंढने के लिए न केवल जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एनडीआरएफ की टीम प्रयास कर रही हैं, बल्कि ग्रामीणों ने भी अपने स्तर पर ढूंढने के लिए कोशिशें की हैं। ग्रामीणों की ओर से अलग-अलग तरह के जुगाड़ बनाकर पाइप लाइन में किसान काली को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। एक दिन पहले ही प्रशासन की टीमों ने एक नये तरीके का गोल शिकंजा तैयार करवाया गया है, जिस पर चारों तरफ बैरंग लगे हैं। दोनों तरफ रस्सी बांधने के लिए कुंडे भी लगाए गए हैं।

अब सोमवार को ग्रामीणों ने एक चार पहिया कारनुमा नया शिकंजा तैयार करवाया है। इसे पाइप लाइन में उतारकर एक तरफ खींचा जाएगा। रास्ते में आने वाला कचरा, मलबा इस शिकंजे के साथ-साथ बाहर की तरफ आ जाएगा।

एक बार हो चुकी क्लीनिंग, दोबारा शुरू किया ऑपरेशन

जहां से किसान गिरा था। उस प्वाइंट से लेकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पूरे लाइन की क्लीनिंग हो चुकी है। लेकिन अभी तक लापता किसान नहीं मिला। इसलिए हमने एक बार फिर पहले प्वाइंट से दोबारा सर्च आप्रेशन चलाए जाने का फैसला लिया है। जिसे इस बार पूरी गहनता से चलाया जाएगा। इसके अलावा पब्लिक हैल्थ ने नई मशीन भी मंगवाई है। ' -श्रीनिवास, तहसीलदार, सिरसा।



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सिरसा। सीवरेज मेनहोल में किसान का पता लगाने के लिए केरल से मंगवाई गई रोबोटिक मशीन।


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