
भाजपा के पूर्व मंत्री रामविलास शर्मा ने पूर्व सीएम हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी चौधर तो घर की है, जनता के लिए नहीं है। बापू-बेटा दोनों लोकसभा चुनाव हार गए। जब राज्यसभा की बारी आई तो पूरे हरियाणा में कोई दूसरा नेता नहीं मिला। फिर दीपेंद्र को राज्यसभा भेज दिया। बरोदा उपचुनाव में सारे कांटे निकल जाएंगे और हलके में पहली बार कमल खिलेगा।
पूर्व मंत्री शर्मा ने कहा कि श्रीकृष्ण हुड्डा यहां से विधायक थे, वे किलोई से चुनाव लड़ते थे। हुड्डा ने वहां से उसका त्यागपत्र दिलवा कर बरोदा हलके का टिकट दे दिया और वहां से खुद चुनाव लड़ने लगा। हम पहले समाचार पत्रों में नामांकन भरते हुए की फोटो देखते थे। परंतु भूपेंद्र हुड्डा को नामांकन वापस कराते हुए की फोटो के साथ अखबार में देखा।
कांग्रेस की राजनीति झूठ और धाेखाधड़ी की है। शर्मा ने कहा कि छह साल में भाजपा ने प्रदेश में समान रूप से विकास कराया है। बरोदा हलके में भी सीएम मनोहर लाल ने कार्य कराने के लिए ग्रांट जारी की।
व्यवस्था में परिवर्तन किया और बिना खर्ची व पर्ची के योग्य युवाओं को नौकरी देने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी और सैनिक देश का गर्व होता है। ओलंपिक में सिल्वर पदक विजेता की मृत्यु के पश्चात जब वह डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए तो वह मेडल योगेश्वरदत्त के नाम कर दिया गया,परंतु योगेश्वरदत्त ने दिल बड़ा करके उस मेडल को लेने से मना कर दिया व उसके साथ मिलने वाली पांच करोड़ की राशि को भी ठुकरा दिया था। भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है। इस अवसर पर सांसद नायग सैनी, रमेश कौशिक, विधायक मोहनलाल बडौली, रणधीर लठवाल और ओपी पहल आदि उपस्थित रहें।
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