
बिजली निगम ने 6 माह में 180 बार परमिट लेकर लाइनों की मरम्मत की। इसके बाद भी इंसुलेटर पर धूल व मिट्टी जमने के अलावा नंगी तारों वाली लाइनों में 50 से ज्यादा जगहों पर लाइनों में फाॅल्ट आए। अब सवाल यह है कि जब लाइनों में मरम्मत के दौरान इंसुलेटर की सफाई हुई तो फिर इतनी जगहों पर इंसुलेटर में धूल मिट्टी जमने से फाॅल्ट कैसे आए।
इस पर बिजली निगम अधिकारियों का कहना है कि जब भी मौसम खराब होने के साथ आंधी के साथ बारिश आती है तो लाइनों में फाॅल्ट आना स्वाभाविक है।
33 केवी लाइनों से जुड़े 125 फीडर
33 केवी वाली जिन 11 लाइनोें में फाॅल्ट आए हैं, इनसे 11 केवी वाले 125 फीडरों से जुड़े आधे शहर व जिलेभर की बिजली सप्लाई बंद रही। शहर में मुख्य रूप से सेक्टर-11/12, सेक्टर-13-17, इंसार बाजार, रेलवे रोड, गोहाना रोड, किशनपुरा, मॉडल टाउन, सनौली रोड एरिया, सेक्टर-24 व 25, जीटी रोड बेल्ट क्षेत्र, िकला क्षेत्र, काबड़ी रोड, कुटानी रोड, अशोक विहार कॉलोनी, बबैल रोड, किशनपुरा, शिव नगर, गांधी मंडी, राज नगर, आजाद नगर व मॉडल टाउन क्षेत्र की बिजली बंद रही।
33 केवी वाली इन लाइनों में सोमवार सुबह आए फाॅल्ट
33 केवी नोहरा की लाइन में सोमवार सुबह 02:05 बजे फाॅल्ट आया, जोकि सुबह 5:15 बजे तक ठीक हो पाया।
काबड़ी सर्किट वन लाइन में सुबह 02:05 बजे फाॅल्ट आया और सुबह 3:15 बजे तक ठीक हुआ।
बाल जाटान की लाइन में सुबह 1:53 बजे फाॅल्ट आया और सुबह 4:30 बजे तक ठीक हुआ।
ओल्ड इंडस्ट्री एरिया की लाइन में सुबह 02:05 अाया फाॅल्ट सुबह 4:15 बजे तक ठीक हुआ।
बाबरपुर लाइन में सुबह 02:05 बजे आया फाॅल्ट सुबह 3:50 बजे तक ठीक हो पाया।
ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में सुबह 02:5 बजे अाया फाॅल्ट सुबह 04:15 बजे तक ठीक हो पाया।
सेक्टर-24 की लाइन में सुबह 3:35 बजे आया फाॅल्ट सुबह 8 बजे तक ठीक हो पाया।
सनौली राेड लाइन में सुबह 04:07 आया फाॅल्ट सुबह 7:15 बजे तक ठीक हो पाया।
सेक्टर-13/17 की लाइन में सुबह 02:10 बजे आया फाल्ट सुबह 4:20 बजे तक ठीक हो पाया।
सेक्टर-13/17 की लाइन में सुबह 2:10 में आया फाल्ट सुबह 4:20 बजे तक ठीक हो पाया।
कुटानी रोड की लाइन में सुबह 2:10 बजे आया फाॅल्ट सुबह 4:30 बजे तक ठीक हो पाया।
सेक्टर-13/17 की लाइन में सुबह 4:15 बजे आया फाॅल्ट सुबह 6:30 बजे तक ठीक हो पाया।
लाइनों की लंबाई और ट्रांसफार्मरों की संख्या
जिलेभर में टांसफार्मरों की संख्या 15,107 हैं। वहीं खंभों की संख्या करीब 5 लाख हैं। कनेक्शन की संख्या भी 2.75 लाख तक हैं। एचटी लाइन की लंबाई की बात की जाए तो यह 3,624 किलोमीटर तक है। वहीं एलटी लाइन की लंबाई करीब 5,447 किलो मीटर है।
खराब मौसम में लाइनों में फाॅल्ट आना स्वाभाविक
जब भी मौसम खराब होता है तो बिजली की लाइनों में फाॅल्ट आना स्वभाविक है। आंधी व बारिश में लाइनों में कहीं पर पेड़ टूटकर गिर जाते हैं। कहीं पर मकानों में लगे टीन गिर भी गिर जाते हैं। जैसे ही मौसम सामान्य होता है तो लाइनों को चलाते हैं। जिन स्थानों में पौधे व टीन गिरते हैं, उनकी सप्लाई चालू करते ही इन लाइनों में फाॅल्ट आते हैं।
- संजीव कुमार शर्मा, एक्सईएन, सिटी डिविजन, बिजली निगम, पानीपत।
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