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Sunday, 15 November 2020

संक्रमण से रिकवर हो चुके 8251 लोगों में से 10 फीसदी को पोस्ट कोविड सिंड्रोम का अंदेशा

जिले में काेरोना से अब तक 8251 लोग कोरोना संक्रमण से रिकवर कर चुके हैं। इनमें से 10 फीसदी यानी 800 से ज्यादा मरीजों को पोस्ट कोविड सिंड्रोम होने का अंदेशा है। पीजीआई के मेडिसिन की ओपीडी में रोजाना और पीसीसीएम विभाग की प्रत्येक शनिवार को संचालित होने वाली पोस्ट कोविड ओपीडी में आने वाले मरीजों की ओर से बताए जा रहे लक्षणों से यह अनुमान लगाया गया है।

पीजीआई के स्टेट नोडल अधिकारी व पीसीसीएम विभाग के एचओडी डॉ. ध्रुव चौधरी ने प्रत्येक शनिवार को पोस्ट कोविड ओपीडी में संक्रमण से रिकवर होकर आने वाले मरीजों का स्क्रीनिंग सर्वे और एंटीबॉडी टेस्ट कराने की प्लानिंग कर ली है।

इसी सप्ताह से पोस्ट कोविड मरीजों के लिए यह सुविधा शुरू होने की संभावना है। रेजीडेंट चिकित्सकों की टीम स्क्रीनिंग सर्वे के लिए पोस्ट कोविड मरीज में लंग्स के लिए सीटी स्कैन करवाने, चेस्ट एक्सरे, सांस में दिक्कत आना, बदन दर्द रहना, भूख न लगने, नींद न आने सहित अन्य कई सवालों का फार्मेट के जरिए जानेंगे।

इसके बाद मरीज पोस्ट कोविड सिंड्रोम से निजात दिलाने के लिए इलाज शुरू किया जाएगा। चिकित्सकों का दावा है। कि पोस्ट कोविड ओपीडी में 90 फीसदी मरीज लंग्स डिसीज से पीड़ित होकर आ रहे हैं। कोरोना महामारी के चलते अस्थमा के मरीजों को ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है व वायु प्रदूषण से मरीजों को बचने की जरूरत है जिससे किसी भी बीमारी होने से बचा जा सके।

कार्डियक एमआरआई और सीटी स्कैन कराया जाएगा
स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. ध्रुव चौधरी ने बताया कि जिले में कुल रिकवर मरीजों में से 10 फीसदी को पोस्ट कोविड सिंड्रोम होने का अंंदेशा है। रिकवर कर चुके मरीजों में सांस लेने में दिक्कत, थकान, एंग्जायटी, शरीर में दर्द, कमजोरी रहना, भूख न लगना, एंडोक्राइन डिस्टर्बेंस होने सहित अन्य समस्याएं बनी हुई हैंं।

45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पोस्ट कोविड ओपीडी में ये समस्याएं लेकर आ रहे हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों की अलग से स्क्रीनिंग सर्वे हो इसके लिए फार्मेट तैयार किया है। जिसमें पोस्ट कोविड सिंड्रोम से संबंधित सवाल शामिल हैं और उस फार्मेट में शामिल ब्याेरा के अनुसार मरीज को उचित इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। एंटीबॉडी टेस्ट कराकर लेवल भी जांचा जाएगा।

एक माह में 140 मरीजों ने ओपीडी में पहुंचकर गिनाई समस्याएं
पीजीआईएमएस के प्रत्येक शनिवार को संचालित होने वाली पोस्ट कोविड ओपीडी में एक माह के अंतराल में 40 से 70 साल की उम्र के 140 मरीज कोरोना से रिकवर होने के बाद स्वास्थ्य संबंधी परेशानी लेकर चिकित्सकों के पास पहुंचे। इनमें 60 फीसदी मरीज 40 से 65 साल की उम्र के थे।

चिकित्सकों ने बताया कि 50% मरीजों ने सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश, सूखी खांसी, 30% मरीजों में फेफड़े में सिकुड़न आने से सांस फूलने व 20% मरीजों ने कमजोरी आने, थकान होने, भूख न लगने की समस्याएं बताईं। चिकित्सक बताते हैं कि सबसे ज्यादा दिक्कत मोटापा से ग्रस्त लोगों में हैं। यदि ऐसे किसी को कोई दिक्कत है तो फौरन वो ओपीडी में आकर फौरन इलाज शुरू कराएं।

दिवाली से अगले दिन 13 व्यापारी सहित 92 संक्रमित : दिवाली से अगले दिन रविवार को 485 लोगों की सैंपलिंग हुई। जिसमें 92 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया, जिनमें 13 व्यापारी हैं। सेक्टर तीन निवासी 87 वर्षीय बुजुर्ग महिला और गोहाना राेड निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना संक्रमण ने जान ले ली। दोनों मरीज पीजीआई में उपचाराधीन थे।

जिले में कोविड पॉजिटिविटी रेट पर 5.40 फीसदी और कोविड रिकवरी रेट 88.2 फीसदी पर दर्ज किया गया। नए केस में कैनाल काॅलोनी में रेवेन्यू विभाग का कर्मचारी, महम में पुलिस कर्मी, जसबीर काॅलोनी में भाई-बहन, मॉडल टाउन में एक व्यापारी सहित चार सदस्य, तिलक नगर निवासी केवीएस स्कूल की टीचर, मॉडल टाउन निवासी टीचर, जनता काॅलोनी में मिल्क शाूप संचालक, प्रेम नगर निवासी महिला टीचर, सेक्टर दो निवासी दो व्यापारी, सेक्टर एक निवासी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का कर्मचारी, सेक्टर दो निवासी बुजुर्ग दंपती, जाट काॅलोनी कलानौर निवासी टीचर, गांधी कैंप में दो पुलिसकर्मी, आदर्श नगर निवासी पीजीआईएमएस स्टाफ सदस्य, सेक्टर दो निवासी एएनएम, रामनगर निवासी एमडीयू कर्मी को कोरोना संक्रमित पाया गया है।



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रोहतक पीजीआई में कोरोना जांच के लिए आए मरीज।


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