सिविल अस्पताल में लंबे समय से नई एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस के लिए मरीजों का इंतजार जल्दी ही खत्म होगा। आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को एक नई एएलएस एंबुलेंस दी जाएगी। एंबुलेंस में गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर की भी सुविधा होगी। नई एंबुलेंस आने से क्षेत्र के मरीजों को आपात स्थिति में प्राइवेट वाहनों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं की डिलिवरी अस्पताल में कराने निशुल्क एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई है। वहीं आपात स्थिति में मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर करने के लिए भी एंबुलेंस की सुविधा प्रदान की जाती है। आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल में दो एंबुलेंस थी। मुंडलाना सीएचसी में इमरजेंसी और डिलिवरी शुरू होने के बाद एक एंबुलेंस को वहां भेज दिया गया है। अब दोनों ही अस्पतालों में एक-एक एंबुलेंस है। अस्पताल की एंबुलेंस सामान्य हैं।
वहीं एक ही एंबुलेंस होने से कई बार अधिकारियों की परेशानी बढ़ जाती है। कई बार एक ही समय में दो अथवा इससे अधिक गांवों में एंबुलेंस के लिए कॉल आ जाती है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन को खानपुर अथवा दूसरे अस्पतालों से एंबुलेंस बुलवानी पड़ती है। दूसरे क्षेत्र से एंबुलेंस आने में अधिक समय लग जाता है, जिसके चलते मरीज निजी वाहनों का रूख करना पड़ता है। मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को वेंटिलेटर युक्त नई एएलएस एंबुलेंस दी जाएगी।
हर माह 50 से 60 मरीज होते हैं रेफर
गोहाना क्षेत्र में आपात स्थिति में एंबुलेंस की मदद से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर किया जाता है। प्रतिमाह करीब 50 से 60 मरीजों को गंभीर हालत होने के चलते रेफर कर दिया जाता है। मरीजों को एंबुलेंस द्वारा खानपुर कलां और पीजीआई रोहतक रेफर किया जाता है। जब एंबुलेंस मरीजों को लेकर बाहर होती है तो कई बार आपात स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में मरीजों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। नई एंबुलेंस आने से मरीजों को बहुत लाभ होगा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2HVMeOP